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पटना की 105 वर्षीय बुजुर्ग ने जीत ली कोरोना से जंग

पटना के मजिस्ट्रेट कॉलोनी की रहने वाली 105 साल की बुजुर्ग देवंती देवी ने कोरोना को मात दे दी है. कोरोना से उनकी जंग की कहानी बहुत कुछ कहती है...

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Published : May 3, 2021, 1:35 PM IST

patna
105 साल की बुजुर्ग देवंती देवी

पटनाः कोरोना से बिहार समेत पूरे देश में त्राहिमाम है. 2020 के मुकाबले इस साल कोरोना से जान गंवाने वालों के आंकड़े बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं. इसका एक बड़ा कारण है कोरोना का नया म्यूटेंट. डाॅक्टरों और रिसर्चरों का भी ऐसा ही मानना है.

ये म्यूटेंट पहले से ज्यादा खतरनाक है. लेकिन कहा गया है ना कि कितनी भी बड़ी विपदा या मुश्किल हो या यूं कह लें कि कोई बीमारी ही क्यों न हो. जूझने की शक्ति और आत्मविश्वात हो तो इन सब से पार पाया जा सकता है. दुनिया के सामने विजेता के रूप में उभर कर सामने आता है. राजधानी पटना के मजिस्ट्रेट कॉलोनी की रहने वाली 105 साल की बुजुर्ग देवंती देवी और कोरोना के बीच की लड़ाई एक ऐसे ही विजय की गाथा है.

इसे भी पढ़ेंः खबर का असर: ऑपरेशन मसान के बाद जागा प्रशासन, धावा दल का गठन, श्मशान घाटों पर कैमरा लगाने की तैयारी

11 अप्रैल को दिखे कोरोना के लक्षण
नया म्यूटेंट वाला कोरोना जो पहले से ज्यादा खतरनाक है, वह एक बार में पूरे परिवार को संक्रमित कर रहा है. राजधानी पटना के मजिस्ट्रेट कॉलोनी के रहने वाले डॉक्टर डी. एन. अकेला के परिवार के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ.

उनके परिवार के सभी लोगों करोना से संक्रमित हो गये थे. डॉक्टर डी. एन. अकेला खुद 68 साल के हैं. उनकी पत्नी 61 साल की. लेकिन परिवार सबसे उम्रदाराज सदस्य 105 साल की देवंती देवी की चिंता थी. वो भी कोरोना संक्रमित हो चुकी थीं. डॉक्टर डीएन अकेला बताते हैं कि उनके पूरे परिवार को 11 अप्रैल को पता लगा कि सभी कोरोना संक्रमित है.

वे बताते हैं कि 11 अप्रैल की रात में उन्हें कोरोना के लक्षण का पता लगा. अगले दिन उनकी मां को भी तेज बुखार आया. इसके तुरंत बाद उन्होंने पूरे परिवार को क्वारंटिन कर लिया. डॉक्टर डीएन अकेला कहते हैं कि - कोरोना पॉजिटिव होने पर भी मां बिल्कुल भी नहीं घबराई. जब हम उदास हो जाते तो मां हौसला देती थी और कहती थी कि कुछो न होतई बाबू, बाबा के कृपा हई, बाबा रक्षा करिहन.

इसे भी पढ़ेंः मुर्दा सिस्टम, दलालों का जंजाल, कैसे होगा अंतिम संस्कार ? देखिए जमीनी हकीकत 'ऑपरेशन मसान' पार्ट 1

कोरोना पाॅजिटिव होने से पॉजिटिविटी
105 साल की बुजुर्ग देवंती देवी का यही आत्मविश्वास था जिसने उनकी और उनके परिवार की मदद कोरोना से जंग जीतने में की. 105 वर्षीय देवंती देवी आज के समय कहीं ना कहीं मिसाल बनकर उभरी हैं.

वे उन लोगों के लिए एक उदहारण हैं जो कोरोना महामारी के दौरान थोड़ी सी तकलीफ पर तुरंत अस्पताल और ऑक्सीजन के साथ-साथ निगेटिव थिंकिंग को मन में लाते है. देवंती देवी का कोरोना को हराना बताता है कि रिपोर्ट भले कोरोना पाॅजिटिव आए, मन में पॉजिटिविटी जरूर रखें. एहतियात बरतकर और आत्मविश्वास को बनाए रखकर कोरोना को मात दिया जा सकता है.

22 अप्रैल को डाॅक्टर डीएन अकेला और उनके परिवार की रिपोर्ट नेगेटिव आयी. कोरोना के दौरान परेशानियों को बताते हुए 105 वर्षीय बुजुर्ग महिला देवंती देवी कुहती हें - कोरोना के समय बुखार और गले में परेशानी हो रही थी. अब वह बिल्कुल ठीक हैं. तबीयत खराब होने के कारण थोड़ी कमजोरी महसूस जरूर हो रही है.

पटनाः कोरोना से बिहार समेत पूरे देश में त्राहिमाम है. 2020 के मुकाबले इस साल कोरोना से जान गंवाने वालों के आंकड़े बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं. इसका एक बड़ा कारण है कोरोना का नया म्यूटेंट. डाॅक्टरों और रिसर्चरों का भी ऐसा ही मानना है.

ये म्यूटेंट पहले से ज्यादा खतरनाक है. लेकिन कहा गया है ना कि कितनी भी बड़ी विपदा या मुश्किल हो या यूं कह लें कि कोई बीमारी ही क्यों न हो. जूझने की शक्ति और आत्मविश्वात हो तो इन सब से पार पाया जा सकता है. दुनिया के सामने विजेता के रूप में उभर कर सामने आता है. राजधानी पटना के मजिस्ट्रेट कॉलोनी की रहने वाली 105 साल की बुजुर्ग देवंती देवी और कोरोना के बीच की लड़ाई एक ऐसे ही विजय की गाथा है.

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11 अप्रैल को दिखे कोरोना के लक्षण
नया म्यूटेंट वाला कोरोना जो पहले से ज्यादा खतरनाक है, वह एक बार में पूरे परिवार को संक्रमित कर रहा है. राजधानी पटना के मजिस्ट्रेट कॉलोनी के रहने वाले डॉक्टर डी. एन. अकेला के परिवार के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ.

उनके परिवार के सभी लोगों करोना से संक्रमित हो गये थे. डॉक्टर डी. एन. अकेला खुद 68 साल के हैं. उनकी पत्नी 61 साल की. लेकिन परिवार सबसे उम्रदाराज सदस्य 105 साल की देवंती देवी की चिंता थी. वो भी कोरोना संक्रमित हो चुकी थीं. डॉक्टर डीएन अकेला बताते हैं कि उनके पूरे परिवार को 11 अप्रैल को पता लगा कि सभी कोरोना संक्रमित है.

वे बताते हैं कि 11 अप्रैल की रात में उन्हें कोरोना के लक्षण का पता लगा. अगले दिन उनकी मां को भी तेज बुखार आया. इसके तुरंत बाद उन्होंने पूरे परिवार को क्वारंटिन कर लिया. डॉक्टर डीएन अकेला कहते हैं कि - कोरोना पॉजिटिव होने पर भी मां बिल्कुल भी नहीं घबराई. जब हम उदास हो जाते तो मां हौसला देती थी और कहती थी कि कुछो न होतई बाबू, बाबा के कृपा हई, बाबा रक्षा करिहन.

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कोरोना पाॅजिटिव होने से पॉजिटिविटी
105 साल की बुजुर्ग देवंती देवी का यही आत्मविश्वास था जिसने उनकी और उनके परिवार की मदद कोरोना से जंग जीतने में की. 105 वर्षीय देवंती देवी आज के समय कहीं ना कहीं मिसाल बनकर उभरी हैं.

वे उन लोगों के लिए एक उदहारण हैं जो कोरोना महामारी के दौरान थोड़ी सी तकलीफ पर तुरंत अस्पताल और ऑक्सीजन के साथ-साथ निगेटिव थिंकिंग को मन में लाते है. देवंती देवी का कोरोना को हराना बताता है कि रिपोर्ट भले कोरोना पाॅजिटिव आए, मन में पॉजिटिविटी जरूर रखें. एहतियात बरतकर और आत्मविश्वास को बनाए रखकर कोरोना को मात दिया जा सकता है.

22 अप्रैल को डाॅक्टर डीएन अकेला और उनके परिवार की रिपोर्ट नेगेटिव आयी. कोरोना के दौरान परेशानियों को बताते हुए 105 वर्षीय बुजुर्ग महिला देवंती देवी कुहती हें - कोरोना के समय बुखार और गले में परेशानी हो रही थी. अब वह बिल्कुल ठीक हैं. तबीयत खराब होने के कारण थोड़ी कमजोरी महसूस जरूर हो रही है.

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