नवादा: आम तौर पर समाज में महिलाओं को श्मशान घाट जाना वर्जित है. यहां तक कि महिलाओं को कर्मकांड से दूर रखा जाता है. ऐसे में जिले के हिसुआ विधानसभा अन्तर्गत अकबरपुर प्रखंड के फरहा ग्राम की महिलाओं ने भी अर्थी को कंधा देकर न सिर्फ सामाजिक वर्जना तोड़ने की प्रयास किया, बल्कि समाज में महिलाओं की अहम भूमिका का भी लोगों को एहसास दिलाया.
मौका था कृषक सेवा केंद्र नवादा के संचालक और फरहा ग्राम निवासी सुरेश प्रसाद की 88 वर्षीया माता नथिया देवी के निधन का. गुरुवार की संध्या निधन के बाद शुक्रवार की सुबह शव यात्रा निकाली गयी ,जिसमें महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.
इन लोगों ने दिया कंधा
मृतक की गोतनी बसंती देवी, चिंता देवी, बेटी आंगनबाड़ी सेविका ललिता देवी, सुनीता देवी, बहु अनिता सिन्हा, पोती कशिश सिन्हा उर्फ चांद, नतिनी सोनी कुमारी आदि महिलाओं ने अर्थी को कंधा दिया. इसके अलावा अर्थी को कंधा देने में महिलाओं के साथ -साथ पुरुषों ने भी अपनी-अपनी भागीदारी सुनिश्चित की.
प्रखंड का यह पहला मामला
बता दें कि महिलाओं की ओर से अर्थी को कंधा देने का अकबरपुर प्रखंड का शायद पहला मामला है. इसलिए शव यात्रा की खूब चर्चा हो रही है. इस मौके पर मृतक के पुत्र सुरेश प्रसाद के अलावा भतीजा दंत चिकित्सक आलोक कुमार, शिक्षक दिलीप कुमार सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे.