ETV Bharat / state

नवादाः मिनी सोलर वाटर पंप खराब होने से पानी को मोहताज हुए लोग - बिहार न्यूज

लाखों की लागत से बना यह मिनी सोलर वाटर सप्लाई केंद्र अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. पिछले डेढ़ सालों से यह इसलिए बंद पड़ा है कि उसका एक मशीन जल गया है. जिससे गांव वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

मिनी सोलर वाटर पंप खराब होने से लोग परेशान
author img

By

Published : Sep 8, 2019, 9:43 AM IST

नवादाः जिले में बरसात के मौसम में भी पेयजल की समस्या बनी हुई है. हिसुआ प्रखंड के धनवां पंचायत के धमौल गांव में लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है. लोग पीने के पानी के लिए तरसते रहते हैं. वहीं, गांव में स्थापित सोलर मिनी वाटर सप्लाई पंप भी ख़राब पड़ा है.

सालों से बंद है सोलर मिनी वाटर पंप
लाखों की लागत से बना यह सोलर मिनी वाटर सप्लाई केंद्र अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. पिछले डेढ़ सालों से यह इसलिए बंद पड़ा है कि उसका एक मशीन जल गया है. नये पंप खरीदने के लिए करीब डेढ़ लाख रुपये खर्च होने की संभावना है. जिसे विभाग पिछले सालभर से जुटाने में नाकाम रही है. आज नतीजा यह है कि लोग गांव में मिनी वाटर सप्लाई मशीन रहते हुए दो बूंद पानी के लिए तरस जाते हैं.

nawada
पीएचईडी कार्यपालक अभियंता चंदेश्वर राम

पानी की स्थिति खराब
ग्रामीणों का कहना है कि यह करीब 18 महीने से बंद पड़ा है. हमारे गांव में पानी की काफी खराब स्थिति है. पहले सौर ऊर्जा से चल रहा था. फिर इसे मोटर से चलाया लेकिन पानी नहीं उठाया. तब से इसे कोई देखने वाला नहीं है. वहीं, एक अन्य ग्रामीणों ने कहा कि स्थिति बहुत ही खराब है. हमलोग इधर-उधर से पानी लाकर पीते हैं. हमलोग इसके लिए शिकायत कहां करें उसकी जानकारी नहीं है.

मिनी सोलर वाटर पंप खराब होने से लोग परेशान

छह महीने में हर घर में होगा नल
वहीं, पदाधिकारी पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता चंदेश्वर राम का कहना है कि सोलर में खराबी के कारण यह बंद हो गई है. लेकिन अब हर घर नल के तहत हमलोग एक्सटेंशन और हर घर के कनेक्शन का प्रावधान कर रहे हैं, जिसका प्राक्कलन बन गया है. उसकी प्रशासनिक स्वीकृति भी मिल गई है और कार्य भी कॉन्ट्रैक्टर को दे दी गई है. जिसके लिए छह महीने का समय निर्धारित किया गया है. छह महीने में उसे पूरी कर हर घर में नल पहुंचा दिया जाएगा.

नवादाः जिले में बरसात के मौसम में भी पेयजल की समस्या बनी हुई है. हिसुआ प्रखंड के धनवां पंचायत के धमौल गांव में लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है. लोग पीने के पानी के लिए तरसते रहते हैं. वहीं, गांव में स्थापित सोलर मिनी वाटर सप्लाई पंप भी ख़राब पड़ा है.

सालों से बंद है सोलर मिनी वाटर पंप
लाखों की लागत से बना यह सोलर मिनी वाटर सप्लाई केंद्र अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. पिछले डेढ़ सालों से यह इसलिए बंद पड़ा है कि उसका एक मशीन जल गया है. नये पंप खरीदने के लिए करीब डेढ़ लाख रुपये खर्च होने की संभावना है. जिसे विभाग पिछले सालभर से जुटाने में नाकाम रही है. आज नतीजा यह है कि लोग गांव में मिनी वाटर सप्लाई मशीन रहते हुए दो बूंद पानी के लिए तरस जाते हैं.

nawada
पीएचईडी कार्यपालक अभियंता चंदेश्वर राम

पानी की स्थिति खराब
ग्रामीणों का कहना है कि यह करीब 18 महीने से बंद पड़ा है. हमारे गांव में पानी की काफी खराब स्थिति है. पहले सौर ऊर्जा से चल रहा था. फिर इसे मोटर से चलाया लेकिन पानी नहीं उठाया. तब से इसे कोई देखने वाला नहीं है. वहीं, एक अन्य ग्रामीणों ने कहा कि स्थिति बहुत ही खराब है. हमलोग इधर-उधर से पानी लाकर पीते हैं. हमलोग इसके लिए शिकायत कहां करें उसकी जानकारी नहीं है.

मिनी सोलर वाटर पंप खराब होने से लोग परेशान

छह महीने में हर घर में होगा नल
वहीं, पदाधिकारी पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता चंदेश्वर राम का कहना है कि सोलर में खराबी के कारण यह बंद हो गई है. लेकिन अब हर घर नल के तहत हमलोग एक्सटेंशन और हर घर के कनेक्शन का प्रावधान कर रहे हैं, जिसका प्राक्कलन बन गया है. उसकी प्रशासनिक स्वीकृति भी मिल गई है और कार्य भी कॉन्ट्रैक्टर को दे दी गई है. जिसके लिए छह महीने का समय निर्धारित किया गया है. छह महीने में उसे पूरी कर हर घर में नल पहुंचा दिया जाएगा.

Intro:नवादा। जिले में बरसात के मौसम में भी पेयजल की समस्या बनी हुई है। हिसुआ प्रखंड के धनवां पंचायत के धमौल गांव में जहां लोगों को पानी की समस्या से जूझना पर रह है। लोग दो बूंद पानी के लिए तरसते रहते हैं वहीं, गांव में स्थापित सोलर मिनी वाटर सप्लाई पंप ख़राब पड़ा है।




Body:लाखों की लागत से बना यह सोलर मिनी वाटर सप्लाई केंद्र अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। पिछले डेढ़ सालों से बंद इसलिए पड़ा है कि उसका एक मशीन जल गया है। नये पंप खरीदने के लिए करीब डेढ़ लाख रुपये की खर्च होने की संभावना है जिसे विभाग पिछले सालभर से जुटाने में नाकाम रही। आज नतीजा यह है कि, लोग गांव में मिनी वाटर सप्लाई मशीन रहते हुए दो बूंद पानी के लिए तरस जाते हैं।

क्या कहते हैं लोग

ग्रामीण रंजीत कुमार का कहना है, यह करीब 18 महीने से बंद हो चुका है। हमारे गांव में पानी की काफी खराब स्थिति है। पहले सौर ऊर्जा से चल रहा था फिर मोटर से चलाया लेकिन पानी नहीं उठाया तब से इसे कोई देखनेवाला नहीं है। संजय सिंह कहते हैं, बहुत ही स्थिति खराब है हमलोग इधर-उधर से पानी लाकर पीते हैं। हमलोग को इसके लिए शिकायत कहाँ करें उसकी जानकारी नहीं है।

वहीं, हरि मांझी का कहना है, पानी पीने का दुःख है, नहाने का दुःख है। पंप संचालक मिथिलेश कुमार का कहना है, स्टार्टर जल जाने के कारण बंद है। विभागीय लापरवाही है। कई बार विभाग को और लोक शिकायत निवारण में भी शिकायत किए बोले हो जाएगा लेकिन अभी तक कुछ हुआ नहीं।

क्या कहते हैं पदाधिकारी

पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता चंदेश्वर राम का कहना है, सोलर में खराबी के कारण यह बंद हो गई है लेकिन अब हर घर नल के तहत हमलोग एक्सटेंशन और हर घर के कनेक्शन के प्रावधान किए हैं। उसका प्राक्कलन हो गया है। उसकी प्रशासनिक स्वीकृति भी मिल गई है। और कार्य भी कॉन्ट्रैक्टर को आवंटित कर दी गई है। जिसके छह महीने का समय निर्धारित किया है। छह महीने में उसे पूरी कर हर घर नल पहुँचा दी जाएगी।




Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.