नवादा: जिले के हिसुआ थाना क्षेत्र के खैरा चन्द्रशेखर और चंद्रशेखर नगर ग्राम में मंगलवार को सामुदायिक भवन निर्माण को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर रोड़ेबाजी हुई. रोड़ेबाजी में उभय पक्ष के एक दर्जन व्यक्ति जख्मी होने की सूचना है. सभी जख्मी का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हिसुआ में जारी है. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. रोड़ेबाजी में सैप का एक जवान भी जख्मी हो गया.
कड़ी मशक्कत के बाद प्रशासन ने दोनों पक्षों को शांत कराया और जख्मी को इलाज के लिए अस्पताल भेजा. बताया जाता है कि महादलित मिशन बिहार सरकार के तत्वाधान में गांव में करीब 22 लाख रुपये की लागत से सामुदायिक भवन बनाया जाना था. पंचायत की मुखिया पारो देवी ग्राम के बीच सरकारी जमीन पर सामुदायिक भवन बनवाना चाहती थी. लेकिन दूसरे पक्ष के सुभाष रविदास और विलाश मांझी ने इसका विरोध किया.
क्या है पूरा मामला
जिस जमीन पर सामुदायिक भवन निर्माण कार्य होना था, उस जमीन को विकास मित्र ने 15 जून 2017 को चिन्हित कर अंचलाधिकारी को रिपोर्ट दिया था. विकास मित्र से चिन्हित जमीन का खाता संख्या 82 और प्लाॅट संख्या 572 को भवन निर्माण के लिए सरकार को रिपोर्ट भेजा गया. अंचलाधिकारी की रिपोर्ट के बाद करीब 22 लाख रुपये की लागत से भवन निर्माण के लिए निविदा भी हुई. अभिकर्ता की ओर से जब भवन निर्माण के लिए नींव खुदाई शुरू की गई तो सुभाष रविदास और उसके समर्थकों ने उन्हें रोका.
देखते ही देखते शुरू हो गई रोड़ेबाजी
इस दौरान देखते-देखते दोनों पक्षों के बीच रोड़ेबाजी शुरू हो गयी. जिसमें दोनों पक्ष के रविन्द्र मांझी, महेश मांझी, संजय मांझी, अकूल मांझी, दीक्षा मांझी, अजय मांझी, सुरेन्द्र मांझी, संजय कुमार, राजेन्द्र मांझी, कमलेश मांझी, कृष्णा मांझी, कमला देवी, संदीप कुमार और उमेश मांझी समेत कई लोग जख्मी हो गए. पंचायत के मुखिया पारो देवी ने बताया कि बिहार सरकार द्वारा कल्याण मिशन योजना के तहत चिन्हित गांवों में सामुदायिक भवन निर्माण कार्य कराया जाना है. लेकिन कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं.