नालंदा: बिहार के नवादा में एक निजी क्लीनिक में एक प्रसूता के नवजात बच्चे को बदल दिया गया. जिससे गुस्साए परिजनों ने क्लीनिक में जमकर हंगामा (ruckus in nawada clinic) किया. घटना बिहार थाना क्षेत्र के भैंसासुर चौक स्थित एक निजी क्लीनिक का है. घटना के बाद से नवजात की मां सिंकी देवी रो-रोकर बुरा हाल है. सूचना मिलते ही सदर डीएसपी डॉ शिबली नोमानी खुद मामले की जांच को लेकर निजी क्लीनिक पहुंच चुके हैं.
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प्रसूता ने 25 मार्च को नवजात बच्चे को जन्म दिया था: घटना के संबंध में पीड़ित महिला सिंकी देवी ने बताया कि उसने गिरियक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 25 मार्च को एक नवजात बच्चे को जन्म दिया. 26 मार्च को अचानक नवजात बच्चे की तबीयत खराब हो गई. जिसे इलाज के लिए परीजनों के द्वारा बिहारशरीफ के भैसासुर चौक स्थित निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. बच्चा आईसीयू में भर्ती था. जिसकी देखरेख बच्चे के मामा कर रहे थे.
निजी क्लीनिक में बच्चे की जगह बच्ची थमा दिया: बताया जाता है कि बच्चा जब पूरी तरह से स्वस्थ हो गया. तब बच्चे की मां को दूध पिलाने के लिए कहा गया. जैसे बच्चे की मां ने दुध पिलाना शुरू किया उसे बच्चे की जगह बच्ची दे दिया गया. जिसके बाद प्रसूति महिला ने नवजात बच्चे को जन्म देने की बात कही. नवजात बच्चे के परिजनों ने निजी क्लिनिक में हंगामा भी किया. हंगामे की खबर मिलते ही सदर डीएसपी डॉ शिबली नोमानी खुद मामले की जांच को लेकर निजी क्लीनिक पहुंच चुके हैं.
"परिजनों का आवेदन लिया गया है. इस घटना को लेकर जांच टीम बनाकर मामले की जांच की जाएगी. दस्तावेज के जांच के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा." -डॉ शिबली नोमानी, सदर डीएसपी
"गिरियक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 25 मार्च को बच्चे को जन्म दिया था. 26 मार्च को उसकी तबीयत खराब हो गई. बच्चे के परिजनों ने निजी क्लिनिक में भर्ती कराया था. जब उसे दूध पिलाने लगी तो पता चला कि बच्चा नहीं बच्ची है." -सिंकी देवी, प्रसूति महिला