नवादा: जिले के हिसुआ में पले-बढ़े आशुतोष देश की सुरक्षा में शहीद हो गए. बैजनाथपुर गांव के लाल शहीद आशुतोष की पुण्यतिथि पर गुरुवार को श्रद्धांजलि दी गई. 29 अक्तूबर 2004 को जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान आशुतोष शहीद हुए थे. गांव में स्थापित स्मारक पर उनके पिता नरेंद्र कुमार और दादा रामचंद्र सिंह ने पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी. वहां मौजूद लोगों ने भारत माता की जय, शहीद आशुतोष अमर रहे जैसे नारे लगाये.
आतंकी को मार गिराया
शहीद के पिता ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के डोडा जिला अन्तर्गत देनी जंगल में सर्च ऑपरेशन चल रहा था. उस जंगल में आतंकी छिपा हुआ था. इसी बीच एक पेड़ के पीछे आतंकी छिपे रहने की जानकारी मिली. फिर आशुतोष ने पेड़ के पीछे छिपे आतंकी पर ग्रेनेट से हमला कर दिया. तभी उस आतंकी ने भी ग्रेनेट से हमला किया. जिसमें आशुतोष घायल हो गया. लेकिन घायल होने के बावजूद भी मां भारती के वीर सपूत ने अपने एके-47 से पेड़ के पीछे छिपे आतंकी को मार गिराया. तभी बगल में छिपे आतंकी ने घायल आशुतोष पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया, जिसमें वे शहीद हो गए.
शहीद को दी गई श्रद्धांजलि
वहीं, बारत पंचायत की मुखिया सांगा संजीत ऊर्फ कन्हैया कुमार बादल, बारत गांव के पवन सिंह सहित गांव के युवा, बुजुर्ग और बच्चों ने भी शहीद के स्मारक पर पुष्प चढ़ा श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान मुखिया ने कहा कि देश का सम्मान और सुरक्षा वीर सैनिकों के दम पर ही है. उन्हीं के बदौलत हम चैन की नींद सो पाते हैं. मौके पर नवीन सिंह, चाचा बमबम सिंह, ललन कुमार, राजकुमार राज, धीरज कुमार सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे.