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नवादा: आंगनवाड़ी सेविकाओं का प्रशिक्षण शुरू, लोगों को किया गया जागरूक

जिले में कृषि विज्ञान केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में पोषण सह जागरुकता को लेकर आंगनवाड़ी सेविकाओं का प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया. इस दौरान केवीके के वरीय वैज्ञानिक डॉ रंजन सिंह ने खेतों में रासायनिक खाद और दवा के बदले जैविक खाद का प्रयोग करने की नसीहत दी.

training of anganwadi workers started
आंगनबाड़ी सेविकाओं का प्रशिक्षण शुरू
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Published : Sep 22, 2020, 11:29 AM IST

नवादा: जिले के जेपी सर्वोदय आश्रम सोखोदेवरा अवस्थित राजेन्द्र भवन में इफको और कृषि विज्ञान केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में पोषण सह जागरुकता विषयक आंगनवाड़ी सेविकाओं के प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के पहले दिन नरहट और वारिसलीगंज प्रखण्ड के 25 चयनित आंगनवाड़ी सेविकाओं ने हिस्सा लिया.


कुपोषण एक गंभीर समस्या
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन ग्राम निर्माण मण्डल के प्रधान अरविंद कुमार और कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ रंजन कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया. इस उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए प्रधान अरविंद कुमार ने कहा कि देश में कुपोषण एक गंभीर समस्या बनती जा रही है. उन्होंने कहा कि संसाधन रहने के बावजूद भी जागरुकता के अभाव में लोगों को इसका शिकार होना पड़ रहा है. इसे लेकर आंगनवाड़ी सेविकाओं के माध्यम से जागरूकता करने का लक्ष्य रखा गया है.


खेतों में रसायनिक खाद प्रयोग करने का निर्देश
इस सम्बंध में सेविकाओं को प्रशिक्षण देने का कार्य किया जा रहा है. केवीके के वरीय वैज्ञानिक डॉ रंजन सिंह ने ध्यानपूर्वक प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त जानकारी को सुनकर लोगों से साझा करने की अपील की. उन्होंने लोगों से सबसे पहले कुपोषण से बचाव के लिए खेतों में रसायनिक खाद और दवा के बदले जैविक खाद का प्रयोग करने की नसीहत दी.


सीड कीट का वितरण
केवीके के वैज्ञानिक कल्पना सिन्हा ने कहा कि अधिकतर महिलाएं इन दिनों खून की कमी के कारण एनीमिया का शिकार हो रही हैं. जिसका प्रभाव उनके बच्चों पर भी पड़ रहा है. ऐसी स्थिति में उन्हें पौष्टिक थाली के बारे में विस्तार से जानकारी देने की बात कही गई. उद्यान वैज्ञानिक विकास कुमार ने मौसमी सब्जियों की खेती, किचन गार्डन में सहजन का पौधा लगाने आदि आवश्यक जानकारी दी. इस कार्यक्रम के दौरान इफको ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रही सेविकाओं को पोषण वाटिका के लिए सीड कीट का वितरण किया.

नवादा: जिले के जेपी सर्वोदय आश्रम सोखोदेवरा अवस्थित राजेन्द्र भवन में इफको और कृषि विज्ञान केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में पोषण सह जागरुकता विषयक आंगनवाड़ी सेविकाओं के प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के पहले दिन नरहट और वारिसलीगंज प्रखण्ड के 25 चयनित आंगनवाड़ी सेविकाओं ने हिस्सा लिया.


कुपोषण एक गंभीर समस्या
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन ग्राम निर्माण मण्डल के प्रधान अरविंद कुमार और कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ रंजन कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया. इस उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए प्रधान अरविंद कुमार ने कहा कि देश में कुपोषण एक गंभीर समस्या बनती जा रही है. उन्होंने कहा कि संसाधन रहने के बावजूद भी जागरुकता के अभाव में लोगों को इसका शिकार होना पड़ रहा है. इसे लेकर आंगनवाड़ी सेविकाओं के माध्यम से जागरूकता करने का लक्ष्य रखा गया है.


खेतों में रसायनिक खाद प्रयोग करने का निर्देश
इस सम्बंध में सेविकाओं को प्रशिक्षण देने का कार्य किया जा रहा है. केवीके के वरीय वैज्ञानिक डॉ रंजन सिंह ने ध्यानपूर्वक प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त जानकारी को सुनकर लोगों से साझा करने की अपील की. उन्होंने लोगों से सबसे पहले कुपोषण से बचाव के लिए खेतों में रसायनिक खाद और दवा के बदले जैविक खाद का प्रयोग करने की नसीहत दी.


सीड कीट का वितरण
केवीके के वैज्ञानिक कल्पना सिन्हा ने कहा कि अधिकतर महिलाएं इन दिनों खून की कमी के कारण एनीमिया का शिकार हो रही हैं. जिसका प्रभाव उनके बच्चों पर भी पड़ रहा है. ऐसी स्थिति में उन्हें पौष्टिक थाली के बारे में विस्तार से जानकारी देने की बात कही गई. उद्यान वैज्ञानिक विकास कुमार ने मौसमी सब्जियों की खेती, किचन गार्डन में सहजन का पौधा लगाने आदि आवश्यक जानकारी दी. इस कार्यक्रम के दौरान इफको ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रही सेविकाओं को पोषण वाटिका के लिए सीड कीट का वितरण किया.

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