नवादा: राज्य सरकार भले ही लोगों को कोरोना महामारी से बचने के लिए कई प्रकार के दिशा-निर्देश जारी किए हैं. लेकिन इन दिशा-निर्देशों का धरातल से कोई लेना-देना नहीं है. सरकार की गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ रही है. न तो कोई पूछने वाला है और न ही कोई देखने वाला.
लाभ के लिए आदेशों की अवहेलना
दरअसल, सरकार के दिशानिर्देशों में सड़कों पर चलने वाली छोटी-बड़ी वाहनों के लिए कुछ दिशानिर्देश जारी किए है. परंतु सरकार के इस गाइडलाइन को दरकिनार कर बस चालक सड़कों पर बेरोकटोक फर्राटेदार तरीके से वाहनों का परिचालन कर रहे हैं. वाहनों में पूर्व की भांति आवश्यकता से अधिक यात्रियों को ठुंस कर गंतव्य स्थानों तक पहुंचाया जा रहा है. बस मालिक और चालक अपने निजी लाभ के लिये सभी आदेश को दरकिनार कर रखे हैं. ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे मानों अब कोरोना महामारी का भय बिल्कुल समाप्त हो गया है.
जागरुकता रथ का नहीं पड़ रहा कोई प्रभाव
जिले के हिसुआ-राजगीर पथ हो या हिसुआ-गया पथ, सभी पर चलने वाली अधिकांश वाहनों में यह नजारा देखने को मिल रहा है. यही नहीं इन नियमों की धज्जियां सरेआम पुलिस के सामने उड़ रही है. जानकारों की माने तो जब तक लोगों में स्वयं आत्म सुरक्षा का ज्ञान नहीं होगा, तब तक ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न होती रहेगी. जिला प्रशासन लगातार लोगों में जागरुकता फैलाने के लिए जागरुकता रथ गांव-गांव भेज रही है, ताकि लोग जागरूक हों. लेकिन इसका भी प्रभाव लोगों पर नहीं के बराबर है.