नवादाः जिले के रजौली प्रखंड स्थित एक गांव है प्राणचक. जहां की चार बहनों ने अपनी मेहनत से मिसाल पेश की है. प्राणचक गांव की चार बहनों ने घर में शौचालय बनाया है. इसके पहले इनके घर में शौचालय नहीं था. जिसके कारण ये अक्सर परेशान रहा करती थी.
बहनों ने मिल कर बनाया शौचालय
प्राणचक गांव में जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आगमन तय हुआ. तब स्वच्छता अभियान से जुड़े कर्मियों ने गांव का दौरा किया और लोगों को शौचालय बनाने के लिए प्रोत्साहित किया. इसी दौरान उनकी नजर इन चार बहनों पर पड़ी. बातचीत की और उन्हें शौचालय बनाने के लिए प्रोत्साहित किया. जिसके बाद शौचालय बनाने का मन सभी बहनों ने बना लिया, पर शौचालय बनता कैसे घर में तो पैसे थे नहीं. जिसके बाद बहनों ने खुद की मेहनत और मजदूरी से शौचालय महज चार दिन के भीतर ही पक्का शौचालय बना दिया. इसके लिए उसने घर में रखे पुरानी ईट को ब्रश से साफ किया. हौज के लिए खुद ही गड्ढे खोदे और उधार बालू-सीमेंट मंगाकर इसको तैयार किया.
क्या कहती है खुशबू
खुश्बू बताती है कि घर में पहले शौचालय नहीं था. स्वच्छता अभियान के कर्मियों ने शौचालय बनाने को प्रेरित किया. फिर हम दोनों बहन खुद गड्ढा खोदे और शौचालय तैयार किया. वहीं, विभा कहती है अब बाहर खेत में जाना नहीं पड़ता है. अगर प्रोत्साहन राशि मिल जाए तो और बेहतर कर सकते हैं.
पुराने ईट से शौचालय का निर्माण
वहीं, स्वच्छता अभियान के जिला समन्वयक हेमंत कुमार का कहना है कि हमारे जिला स्वच्छता समिति के सदस्यों ने उन्हें प्रोत्साहित किया. उसके बाद सभी बहने खुद मिलकर घर में रखे पुराने ईट से शौचालय का निर्माण किया. इसके लिए लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत 12 हजार रुपए दिए जाने का प्रावधान है, जो कि उनके एकाउंट में ट्रांसफर कर दिया गया है.