नवादा: कोरोना महामारी के चलते पिछले 10 माह से स्कूल बंद है. जिले भर में सैकड़ों प्राइवेट स्कूल हैं, जिसमें से अधिक का बंद हो जाना तय है. प्राइवेट स्कूल में काम करने वाले शिक्षक और कर्मचारी के सामने भूखमरी की समस्या बनी हुई है. प्राइवेट स्कूलों को खोलने को लेकर प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन ने सोमवार को जिले के प्रजातंत्र स्थित रैन बसेरा में एक दिवसीय सत्याग्रह का आयोजन किया.
'शिक्षक अपने काम के आदी होने के चलते दूसरा काम भी नहीं कर सकते. सरकार सभी गतिविधियां सुचारू ढंग से चल रहा हैं. चुनाव हुए, बाजार भीड़ से भरे पड़े हैं, मॉल खुला है, सिनेमा हॉल खुला है, कहीं कोरोना का पता नहीं है, लेकिन प्राइवेट स्कूल खुलने से सरकार को कोरोना फैलने का डर है. यह सरकार की साजिश है.' - प्रो. विजय कुमार, जिलाध्यक्ष, एसोसिएशन
निजी स्कूल खोलने की मांग
'सरकार नहीं चाहती है कि निजी स्कूल सही से चले. उनके अपने सरकारी स्कूल में पढ़ाई नहीं हो पाती है. लिहाजा उनकी मंशा है कि निजी स्कूल नहीं चले और इसी नियत के साथ सरकार काम कर रही है. हम सरकार से यह कहना चाहते हैं की बच्चे हमारे भविष्य हैं. उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ ना करें उनके बेहतर भविष्य को लेकर जल्द से जल्द प्राइवेट स्कूलों को चालू करें.' - प्रो. विजय कुमार, जिलाध्यक्ष, एसोसिएशन