नवादा: बाढ़ और बारिश का कहर थमने के साथ ही जिले में अब डेंगू ने लोगों को जीना मुहाल कर दिया है. बाढ़ प्रभावित इलाकों में कई जगहों पर अभी भी जल जमाव है. जमे पानी में डेंगू मच्छर का प्रकोप शुरू हो गया है. ताजा मामला जिले के मेसकौर प्रखंड अंतर्गत तेतरिया पंचायत के ढूनढ़रा गांव का है, जहां डेंगू से पैक्स अध्यक्ष मनोज कुमार के बड़े बेटे की मौत हो गई.अपनें घर के चिराग को असमय खोने के बाद परिजनों समेत पूरे गांव में मातम छाया हुआ है.
कोलकाता में रहकर करता था पढ़ाई
इस बाबत मृतक के पिता मनोज कुमार बताते है कि मेरा 19 वर्षीय बेटा कुन्दन कुमार कोलकाता में रहकर बीए की पढ़ाई करता था. पर्व के दौरान घर में आया हुआ था. जिस दौरान बुखार जांच के बाद डेंगू का पता चला. स्थिती गंभीर होने के बाद डॉक्टरों ने पटना रेफर कर दिया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
माननीयों को भी सता रहा डेंगू का सितम
बताया जाता है कि जिले में डेंगू का सितम इस कदर बढ़ गया है कि विगत कुछ दिनों पहले ही गोविंदपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी कुंज बिहारी सिंह को भी अपने चपेट में ले लिया था. जिसके बाद उन्होंने अपना इलाज पटना में करवाया था.
'अस्पतालों में नहीं है सुविधा'
इस बबात मृतक के परिजनों का कहना है कि प्रदेश के सरकारी अस्पताल में कोई सुविधा नहीं है.डॉक्टर से लेकर नर्स सभी लोग लापरवाह है. यहां मरीज की कोई सुनने वाला नहीं है.अपने बेटे को असमय खोने के बाद मृतक के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.
लगातार बढ़ रही डेंगू मरीजों की संख्या
जिले में लगातार बढ़ रहे डेंगू मरीजों की संख्या को लेकर स्वास्थ्य विभाग काफी परेशान है. गौरतलब है कि पूरे प्रदेश में बाढ़ और बारिश के कारण जलजमाव की समस्या हुई थी. जिस कारण अब जमे हुए पानी में डेंगू और चिकनगुनिया पनपने लगा है. बताया जाता है कि सूबे में डेंगू और चिकनगुनिया से प्रभावित लोगों की संख्या 2500 के पार पहुंच गई है.