ETV Bharat / state

नवादा पुलिस की बर्बरता: हाजत में चोरी के आरोपी को दी गई यातना.. 4 दिन तक रखा भूखा... बच्चों को भी पीटा

नवादा में थाना के हाजत में चोरी के आरोपी को चार दिनों तक रखकर प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है. इस दौरान हाजत में पुलिस ने आरोपियों की जमकर पिटाई की. इस दौरान हाजत में बंद आरोपी खाने को भी मोहताज होते रहे. पढ़ें पूरी खबर..नवादा के वारिसलीगंज पुलिस की बर्बरता, दंडाधिकारी भी जख्म देखकर इलाज को भेजा

वरिसलीगंज पुलिस
वरिसलीगंज पुलिस
author img

By

Published : Apr 11, 2022, 7:57 AM IST

नवादा: बिहार के नवादा जिले के वारिसलीगंज थाना से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला (Nawada Police Kept Accused In Custody) सामने आया है. थाने की पुलिस ने कानून को ताख पर रखते हुए एक व्यक्ति और बच्चे को अवैध रूप से पांच दिनों तक हाजत में रखा. इतना नहीं उसकी जमकर पिटाई भी की गई. इस दौरान हाजत में बंद व्यक्ति और बच्चे खाने के लिए मुहताज होते रहे.

ये भी पढ़ें-भागलपुर: रामनवमी शोभा यात्रा को लेकर पुलिस का फ्लैग मार्च, SDPO ने कहा- 'अफवाह फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई'

पुलिस ने मानवता को किया शर्मसार: घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि वारिसलीगंज पुलिस ने गया जिला अंतर्गत वजीरगंज थाना क्षेत्र के ममराचक गांव निवासी सूरज गुलगुलिया, जहानाबाद जिला अंतर्गत हुलासगंज थाना क्षेत्र के हुलासगंज निवासी सुरजदेव गुलगुलिया, काको थाना क्षेत्र के बीबीपुर निवासी लंगड़ा गुलगुलिया, बादल गुलगुलिया को वारिसलीगंज थाना क्षेत्र से 6 अप्रैल को गिरफ्तार किया था. वहीं नालन्दा जिला अंतर्गत एकंगरसराय निवासी अखलेख मालाकार और उसके पुत्र पंकज कुमार को 7 अप्रैल को एकंगरसराय से गिरफ्तार किया था.

चार दिनों तक आरोपी को हाजत में रखा: गिरफ्तारी के बाद सभी अभियुक्तों को हाजत में बंद रखा गया और रविवार को रात के अंधेरे में अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया गया. जहां सभी अभियुक्तों ने पुलिस के द्वारा बर्बरतापूर्ण पिटाई की बात कही. दंडाधिकारी ने जख्मी के जख्म को देखते हुए उचित इलाज कराने का आदेश काराधीक्षक को दिया है. इस सबंध में जेल जाने से पहले सुरजदेव गुलगुलिया ने बताया कि पुलिस इतने दिनों तक हाजत में बंद कर बेरहमी से पिटाई किया. शरीर पर जख्म को दिखाते हुए बताया कि पुलिस ने पीटने के बाद जख्म वाले स्थान पर पेट्रोल उड़ेल कर पीड़ा दिया.

गिरफ्तारी के चार दिन बाद कोर्ट में किया पेश: कैदी के साथ आये दारोगा विजय कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस को यह अधिकार है कि किसी भी कैदी को अनुसंधान के क्रम में जांच पूरी होने तक हाजत में रखे. वहीं जिला विधिक सेवा प्राधिकार से किसी भी अभियुक्त के रिमांड के लिये प्रतिनियुक्त अधिवक्ता चदंशेखर प्रसाद ने बताया कि पुलिस ने अपने शक्ति का दुरूपयोग करते हुए मानवाधिकार का हनन किया है. गिरफ्तारी के चार दिन बाद चार अभियुक्त को तथा दो अभियुक्त को तीन दिन बाद अदालत में पेश किया है.

चोरी मामले में पुलिस ने किया था गिरफ्तार: वहीं दोनों बच्चों को किशोर न्याय परिषद के समक्ष रविवार की रात प्रस्तुत किया गया. बताया जाता है कि वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के दौलतपुर निवासी सौरव कुमार के घर में 3 अप्रैल की रात्री चोरी की घटना हुई थी. जिसमें कई मोबाइल, अटैची, 31 हजार नगद और जेवरात की चोरी हुई थी. घटना को लेकर वारिसलीगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

नवादा: बिहार के नवादा जिले के वारिसलीगंज थाना से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला (Nawada Police Kept Accused In Custody) सामने आया है. थाने की पुलिस ने कानून को ताख पर रखते हुए एक व्यक्ति और बच्चे को अवैध रूप से पांच दिनों तक हाजत में रखा. इतना नहीं उसकी जमकर पिटाई भी की गई. इस दौरान हाजत में बंद व्यक्ति और बच्चे खाने के लिए मुहताज होते रहे.

ये भी पढ़ें-भागलपुर: रामनवमी शोभा यात्रा को लेकर पुलिस का फ्लैग मार्च, SDPO ने कहा- 'अफवाह फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई'

पुलिस ने मानवता को किया शर्मसार: घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि वारिसलीगंज पुलिस ने गया जिला अंतर्गत वजीरगंज थाना क्षेत्र के ममराचक गांव निवासी सूरज गुलगुलिया, जहानाबाद जिला अंतर्गत हुलासगंज थाना क्षेत्र के हुलासगंज निवासी सुरजदेव गुलगुलिया, काको थाना क्षेत्र के बीबीपुर निवासी लंगड़ा गुलगुलिया, बादल गुलगुलिया को वारिसलीगंज थाना क्षेत्र से 6 अप्रैल को गिरफ्तार किया था. वहीं नालन्दा जिला अंतर्गत एकंगरसराय निवासी अखलेख मालाकार और उसके पुत्र पंकज कुमार को 7 अप्रैल को एकंगरसराय से गिरफ्तार किया था.

चार दिनों तक आरोपी को हाजत में रखा: गिरफ्तारी के बाद सभी अभियुक्तों को हाजत में बंद रखा गया और रविवार को रात के अंधेरे में अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया गया. जहां सभी अभियुक्तों ने पुलिस के द्वारा बर्बरतापूर्ण पिटाई की बात कही. दंडाधिकारी ने जख्मी के जख्म को देखते हुए उचित इलाज कराने का आदेश काराधीक्षक को दिया है. इस सबंध में जेल जाने से पहले सुरजदेव गुलगुलिया ने बताया कि पुलिस इतने दिनों तक हाजत में बंद कर बेरहमी से पिटाई किया. शरीर पर जख्म को दिखाते हुए बताया कि पुलिस ने पीटने के बाद जख्म वाले स्थान पर पेट्रोल उड़ेल कर पीड़ा दिया.

गिरफ्तारी के चार दिन बाद कोर्ट में किया पेश: कैदी के साथ आये दारोगा विजय कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस को यह अधिकार है कि किसी भी कैदी को अनुसंधान के क्रम में जांच पूरी होने तक हाजत में रखे. वहीं जिला विधिक सेवा प्राधिकार से किसी भी अभियुक्त के रिमांड के लिये प्रतिनियुक्त अधिवक्ता चदंशेखर प्रसाद ने बताया कि पुलिस ने अपने शक्ति का दुरूपयोग करते हुए मानवाधिकार का हनन किया है. गिरफ्तारी के चार दिन बाद चार अभियुक्त को तथा दो अभियुक्त को तीन दिन बाद अदालत में पेश किया है.

चोरी मामले में पुलिस ने किया था गिरफ्तार: वहीं दोनों बच्चों को किशोर न्याय परिषद के समक्ष रविवार की रात प्रस्तुत किया गया. बताया जाता है कि वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के दौलतपुर निवासी सौरव कुमार के घर में 3 अप्रैल की रात्री चोरी की घटना हुई थी. जिसमें कई मोबाइल, अटैची, 31 हजार नगद और जेवरात की चोरी हुई थी. घटना को लेकर वारिसलीगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.