नवादा: जिलाधिकारी यशपाल मीणा ने शुक्रवार को समाहरणालय कक्ष में आपदा प्रबंधन समिति की समीक्षात्मक बैठक की. जिसमें मुख्य रूप से कोविड-19, हीट स्ट्रोक, बाढ़ एवं सुखाड़ तथा टिड्डी दलों के आक्रमण से होने वाली आपदा से संबंधित विषयों पर विस्तृत रूप से समीक्षा की गई. इस दौरान उन्होंने सिविल सर्जन डॉ. विमल प्रसाद को निर्देश देते हुए कहा कि कोविड-19 के अन्तर्गत सैम्पलिंग कार्य में तेजी लायें.
डीएम ने आइसोलेशन वार्ड में बने बेड की संख्या 200 से बढ़ाकर 500 करने को कहा. साथ ही भवन को भी चिन्हित करने का आदेश दिया. उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिले के सभी क्वॉरेंटाइन सेंटर में औसत 60-65 प्रवासी श्रमिक आवासित हैं, जिनका प्रतिदिन स्क्रीनिंग टेस्ट सुनिश्चित करें. साथ ही किसी भी प्रवासी में कोरोना संक्रमण की आशंका हो तो उसे फौरन सैम्पलिंग जांच कर आइसोलेशन वार्ड में भेजें. जिला क्रय समिति का गठन करने के निर्देश के अलावा उन्होंने जिला आपदा शाखा पदाधिकारी राजबर्द्धन को निर्देश देते हुए कहा कि आपदा विभाग में बड़े पैमाने पर व्यय को देखते हुए दर निर्धारण के लिए जिला क्रय समिति का गठन करें, जिसके अध्यक्ष अपर समाहर्ता होंगे.
जेई व एईएस को लेकर समीक्षा
गर्म हवाएं/लू की समीक्षा करते हुए उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि सदर अस्पताल नवादा में 40 बेड का निर्माण करें. बर्फ की सिल्ली, पण्डाल की व्यवस्था, आवश्यक दवा एवं प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चत करें. सभी पीएचसी स्तर पर 3 से 5 बेड का लू वार्ड बनाया जाए जो पूरी तरह से एयर कंडीशन से सुसजिज्त हो. जापानी इंसेफेलाइटिस एवं एईएस बीमारी से निपटने के लिए निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि जापानी इंसेफलाइटिस व एईएस बीमारी से निपटने के लिए सभी प्रखंड के पीएचसी में वार्ड तैयार रखें. इसके लिए 50 तरह की दवा का किट भी तैयार रखें. 1 से 5 वर्ष के सभी बच्चों को जेई व एईएस का वैक्सिनेशन कराना सुनिश्चित करें.
बाढ़-सुखाड़ को लेकर समीक्षा
इस पर सिविल सर्जन ने जानकारी देते हुए कहा कि लू वार्ड में सभी पीएचसी एवं सदर अस्पताल को एसी से सुसज्जित कर दिया गया है. 65000 ओआरएस की उपलब्धता है. साथ ही पैरासिटामॉल प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है. स्वास्थ्य विभाग सभी महामारी से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. वहीं, बाढ़-सुखाड़ की समीक्षा के क्रम में डीएम ने आपदा पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ एवं सुखाड़ से संबंधित एसओपी के अनुसार सभी तैयारी पूरी की जाये. सुखाड़ के संबंध में कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को निर्देश दिया गया कि प्रतिदिन नियंत्रण कक्ष में आने वाले शिकायतों का निष्पादन रिपोर्ट भेजें. जिलेभर में 19 टैंकर उपलब्ध हैं.
कई अधिकारी रहे उपस्थित
वर्तमान में हिसुआ प्रखंड के सोनसा व सिघ्न पंचायत में टैंकर के माध्यम से पानी मुहैया कराया जा रहा है. इस बैठक में अपर समाहर्ता ओम प्रकाश, सिविल सर्जन डॉ. विमल प्रसाद सिंह, जिला आपदा शाखा पदाधिकारी राजबर्द्धन, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी चन्देश्वर राम, जिला कृषि पदाधिकारी अरविन्द झा, डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार आदि उपस्थित थे.