नवादा: एक ओर जहां मोदी सरकार देश को डिजिटल इंडिया और कैशलेस बनाने ले लिए जद्दोजहद में लगे हैं. वहीं, दूसरी ओर नवादा जिला का एक ऐसा प्रखंड मुख्यालय है. जहाँ आजतक कोई भी नेशनलाइज बैंक नहीं खुली है. अक्सर बैंक से संबंधित समस्या या फिर कैश की कमी होने पर लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. हालांकि, प्रखंड मुख्यालय से अलग कुछ गांवों में बैंक है पर प्रखंड मुख्यालय आये व्यक्ति के लिए कोई सुविधा नहीं है.
पैसे की जमा-निकासी के लिए जाना पड़ता है नवादा शहर
जिले के चौदह प्रखंड मुख्यालय में से एक रोह प्रखंड मुख्यालय है. जहां आज तक एक भी ना ही बैंक नहीं खुली है और ना ही किसी बैंक के कोई एटीएम मशीन लगाई गई है. लोगों को पैसे के लिए 15 किमी दूर नवादा शहर जाना पड़ता है. जहां कभी भीड़ की वजह से सारा दिन पैसे निकासी करने और आनेजाने में ही लग जाते हैं.
व्यापारियों में भय और डर
स्थानीय व्यवसायियों का कहना है कि बाजार में कई ऐसे दुकानदार हैं. जिसे प्रत्येक दिन में दो से चार बार बैंक जाने की जरूरत रहती है. लेकिन यहां बैंक नहीं होने से उन्हें पैसे जमा-निकासी करने में काफी दिक्कतें होती है. इन्हें या तो सुदूर गांव या फिर नवादा शहर की तरफ रुख करना पड़ता है. जिसके कारण इनके मन मे हमेशा भय और डर की चिंता सता रही होती है. वो सब काफी असहज महसूस करते हैं. हरवक्त किसी अप्रिय घटना की चिंता सताती रहती है. नेशनलाइज बैंक के होने से व्यपारियों को काफी सुविधा हो जाएगा.
महीनों से खराब है यहां का एकलौता एटीएम
गौरतलब है कि रोह बाजार में 'इंडिया एटीएम' एकलौता एटीएम है. जो यहां के लोगों के लिए लाइफलाइन बनी हुई थी. मगर वो भी पिछले डेढ़ महीनों से खराब चल रही है.