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नवादा: 25 साल बाद भी नारदीगंज प्रखंड को नसीब नहीं अपना भवन, पंचायत भवन में चलता है कार्यालय - नारदीगंज पंचायत

1994 में प्रखंड होने का दर्जा मिलने के बाद भी नारदीगंज प्रखंड बुनियादी सुविधाओं के लिए जूझ रहा है. इसका कार्यालय आज भी पंचायत भवन में चलता है. जीससे यहां के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

25 साल बाद भी नारदीगंज प्रखंड को अपना भवन नसीब नहीं
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Published : Aug 7, 2019, 11:07 AM IST

नवादा: जिले के नारदीगंज प्रखंड मुख्यालय से पूरे प्रखंड के विकासात्मक कार्य किए जाते हैं. चाहे वो विकास की समीक्षा हो या फिर प्रखंड की तरक्की के पैमाना तैयार करने की. उसी प्रखंड कार्यालय के पास अपना सरकारी भवन तक नहीं है. स्थापना के 25 वर्ष हो जाने के बाद भी इसे अपना भवन नसीब नहीं हुआ है. फिलहाल, यह कार्यालय हंडिया पंचायत के पंचायत भवन में संचालित की जा रही है. जिससे यहां के लोगों और कर्मियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

1994 में मिला था नारदीगंज को प्रखंड का दर्जा
नारदीगंज को 1994 में प्रखंड होने का दर्जा मिला था. दर्जा मिले 25 साल हो जाने के बाद भी प्रखंड मुख्यालय बुनियादी सुविधाओं के लिए जूझ रहा है. यहां कई महत्वपूर्ण बदलाव भी लोगों को देखने को मिले लेकिन प्रखंड मुख्यालय का स्वरूप बदलते नहीं देख सके. जिसका परिणाम है कि आज भी प्रखंड कार्यालय एक पंचायत भवन में चल रहा है. स्थापना से लेकर अब तक 22 प्रखंड विकास पदाधिकारी इस प्रखंड में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया. पुराने पंचायत भवन को रंग-रोहन कर प्रखंड का स्वरूप देने की प्रशासन की ओर से प्रयास किये जा रहे हैं. लेकिन अलग-अलग विभागों के कार्य के लिए कार्यालय नहीं बन पाएंगे. मौजूदा स्थिति ऐसी है लोगों को पता ही नहीं चल पाता कि अपनी समस्याओं किस कार्यालय में जाएं.

25 साल बाद भी नारदीगंज प्रखंड को अपना भवन नसीब नहीं

लोगों को होती है काफी परेशानी
नारदीगंज पंचायत के पूर्व सरपंच किशोरी शर्मा का कहना है कि यह पंचायत भवन हंडिया पंचायत के सामुदायिक भवन में चलता है. इसके लिए उनलोगों ने कई बार मांग की. वो लोग चाहते हैं कि जल्द से जल्द नारदीगंज में प्रखंड कार्यालय भवन बने. वहीं, देवकीनंदन सिंह का कहना है कि इसका अपना भवन नहीं होने की वजह से गांव से आनेवाले लोगों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ती है. प्रखंड विकास पदाधिकारी राजीव रंजन का कहना है कि, प्रखंड कार्यालय हंडिया पंचायत के पंचायत भवन में चल रहा है इसके लिए डीएम ने अंचलाधिकारी को निर्देश दिया है. फिलहाल, अभी यह प्रक्रिया में है.

नवादा: जिले के नारदीगंज प्रखंड मुख्यालय से पूरे प्रखंड के विकासात्मक कार्य किए जाते हैं. चाहे वो विकास की समीक्षा हो या फिर प्रखंड की तरक्की के पैमाना तैयार करने की. उसी प्रखंड कार्यालय के पास अपना सरकारी भवन तक नहीं है. स्थापना के 25 वर्ष हो जाने के बाद भी इसे अपना भवन नसीब नहीं हुआ है. फिलहाल, यह कार्यालय हंडिया पंचायत के पंचायत भवन में संचालित की जा रही है. जिससे यहां के लोगों और कर्मियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

1994 में मिला था नारदीगंज को प्रखंड का दर्जा
नारदीगंज को 1994 में प्रखंड होने का दर्जा मिला था. दर्जा मिले 25 साल हो जाने के बाद भी प्रखंड मुख्यालय बुनियादी सुविधाओं के लिए जूझ रहा है. यहां कई महत्वपूर्ण बदलाव भी लोगों को देखने को मिले लेकिन प्रखंड मुख्यालय का स्वरूप बदलते नहीं देख सके. जिसका परिणाम है कि आज भी प्रखंड कार्यालय एक पंचायत भवन में चल रहा है. स्थापना से लेकर अब तक 22 प्रखंड विकास पदाधिकारी इस प्रखंड में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया. पुराने पंचायत भवन को रंग-रोहन कर प्रखंड का स्वरूप देने की प्रशासन की ओर से प्रयास किये जा रहे हैं. लेकिन अलग-अलग विभागों के कार्य के लिए कार्यालय नहीं बन पाएंगे. मौजूदा स्थिति ऐसी है लोगों को पता ही नहीं चल पाता कि अपनी समस्याओं किस कार्यालय में जाएं.

25 साल बाद भी नारदीगंज प्रखंड को अपना भवन नसीब नहीं

लोगों को होती है काफी परेशानी
नारदीगंज पंचायत के पूर्व सरपंच किशोरी शर्मा का कहना है कि यह पंचायत भवन हंडिया पंचायत के सामुदायिक भवन में चलता है. इसके लिए उनलोगों ने कई बार मांग की. वो लोग चाहते हैं कि जल्द से जल्द नारदीगंज में प्रखंड कार्यालय भवन बने. वहीं, देवकीनंदन सिंह का कहना है कि इसका अपना भवन नहीं होने की वजह से गांव से आनेवाले लोगों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ती है. प्रखंड विकास पदाधिकारी राजीव रंजन का कहना है कि, प्रखंड कार्यालय हंडिया पंचायत के पंचायत भवन में चल रहा है इसके लिए डीएम ने अंचलाधिकारी को निर्देश दिया है. फिलहाल, अभी यह प्रक्रिया में है.

Intro:नवादा। जिस प्रखंड मुख्यालय से संपूर्ण प्रखंड भर में विकासात्मक कार्य किए जाते हैं चाहे वो विकास की समीक्षा समीक्षा की बात हो या फिर प्रखंड की तरक्की की नई पैमाने तैयार करने की। उसी प्रखंड कार्यालय को एक अपना सरकारी भवन तक नसीब नहीं हुआ है। जी हां, हम बात कर रहे हैं नारदीगंज प्रखंड की। स्थापना के 25 वर्ष हो जाने के बाद भी इसे अपना भवन नसीब नहीं हुआ है फिलहाल, प्रखंड कार्यालय हंडिया पंचायत के पंचायत भवन में संचालित की जा रही है जिससे प्रखंड के लोगों को और वहां के कर्मियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।




Body:1994 में मिला था नारदीगंज को प्रखंड का दर्जा

नारदीगंज को 1994 में प्रखंड होने का दर्जा मिला था। दर्जा मिले
25 साल हो चुके हैं लेकिन अभी भी प्रखंड मुख्यालय ही बुनियादी सुविधाओं के लिए जूझ रहा है। दिन महीने साल गुज़रते चले गये। इस कई महत्वपूर्ण बदलाव भी लोगों को देखने को मिले लेकिन प्रखंड मुख्यालय का स्वरूप बदलते नहीं देख सके। जिसका परिणाम है कि आज भी प्रखंड कार्यालय एक पंचायत भवन में चल रहा है।

अब तक के 22 बीडीओ से भी नहीं हो सका प्रखंड मुख्यालय भवन की व्यवस्था

स्थापना से लेकर अब तक 22 प्रखंड विकास पदाधिकारी इस प्रखंड में अपनी सेवाएं दे चुके हैं लेकिन इनमें से किन्हीं के रहते नहीं बन सका प्रखंड मुख्यालय भवन।

रंग-रोहन कर पंचायत भवन को प्रखंड का स्वरूप देने की चल रही है कोशिश

हालांकि पुराने पंचायत भवन को रंग-रोहन कर प्रखंड के स्वरूप देने की प्रशासन की ओर से भरपूर प्रयास तो की जा रही है लेकिन भिन्न-भिन्न विभागों के कार्य के लिए कार्यालय कैसे बन पाएंगें। मौजूदा स्थिति ऐसी है लोगों को पता ही नहीं चल पाता कि अपनी समस्याओं किस कार्यालय में जाऊं।

क्या कहते हैं लोग

नारदीगंज पंचायत के पूर्व सरपंच किशोरी शर्मा का कहना है कि यह पंचायत भवन हंडिया पंचायत के सामुदायिक भवन में चलता है इसके लिए हमलोगों ने कई बार माग किए। हम चाहते हैं कि प्रखंड कार्यालय भवन जल्द से जल्द नारदीगंज में बने। वहीं, देवकीनंदन सिंह का कहना है कि, हंडिया पंचायत के पंचायत भवन में प्रखंड कार्यालय चलता है। इसका अपना भवन नहीं है। हमलोग जैसे देहात से आनेवाले लोगों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ती है। यह नारदीगंज में होनी चाहिए लेकिन ये हंडिया पंचायत में चल रहा है।

क्या कहते हैं पदाधिकारी

प्रखंड विकास पदाधिकारी राजीव रंजन का कहना है कि, प्रखंड कार्यालय हंडिया पंचायत के पंचायत भवन में चल रहा है इसके लिए डीएम सर ने अंचलाधिकारी को निर्देश दिया है। फिलहाल, अभी चयन के प्रक्रिया में है।





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