नवादा: जिले के गोविंदपुर प्रखंड क्षेत्र में भारी बारिश के कारण कई मकान क्षतिग्रत हो गया. बुधवारा गांव में शुक्रवार की शाम हुई बारिश में रविन्द्र रविदास, महेन्द्र रविदास और सुरेन्द्र रविदास का मिट्टी का मकान पुरी तरह ध्वस्त हो गया. इस घटना में घर में रहे लोग बाल-बाल बच गए. वहीं, अभी तक किसी तरह की कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है.
पीड़ित परिवार के लोगों ने बताया कि शुक्रवार को तेज बारिश हो रही थी, जिससे बारिश का पानी और बाढ़ का पानी घर में घुस गया. पानी का निकास नहीं होने के कारण कई मकान ध्वस्त हो गया. लोगों के रहने के लिए एक भी रूम नहीं बचा है. पीड़ित परिवार इस बारिश में खुले आसमान में अपने छोटे-छोटे बच्चे को लेकर रहने को विवश है. पीड़ित परिवारों ने बताया कि बारिश का पानी का कोई निकास नहीं रहने के कारण हमलोगो के घर में बारिश का पानी घुस जाता है.
दलित टोला में घुसा में बाढ़ और बारिश का पानी
लोगों का कहना है कि भुसड़ी नदी से इस गांव में पानी आता है. यह नदी ककोलत पहाड़ से शुरु होती है, जो अवनैया पुल के पास सकरी नदी में मिल जाती है. लेकिन नदी का बांध पिछले एक साल से टुटा हुआ है, जिससे नदी का पानी बुधवारा गांव घुस जा रहा है. उस नदी का पानी का निकास बुधवारा गांव के पास नहीं है ,नदी का बाढ़ का पानी निकास नहीं रहने के कारण दलित टोला में बारिश का पानी घुस जाता है, जिससे लोग तबाह है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले जिस पाइन से नदी का पानी निकास होता था . उस पाइन को भरकर ग्रामीण सड़क योजना के तहत पाइन को भरकर सड़क बना दिया गया है. सड़क बनने से पानी का निकास बंद हो गया है इस कारण लोगों के घर में पानी घुस जा रहा है.
विकास की राह देख रहे हैं लोग
बता दें कि पिछले साल भी बुधवारा गांव बाढ़ से प्रभावित हुआ था और जिला पदाधिकारी, सांसद ने बुधवारा गांव का दौरा कर जायजा लिया था. उन लोगों ने आश्वासन दिया गया था कि बाढ़ का पानी से जल्द ही निजात दिलाया जाएगा और पानी निकासी का रास्ता बनाया जाएगा. ताकि बाढ़ का पानी घरों में न घुसे. लेकिन आज तक लोगों को बाढ़ का पानी से निजात पाने के लिए राह देख रह गए.
लोगों को अभी तक मिला सिर्फ आश्वासन
इस घटना की सूचना पाकर प्रखंड विकास पदाधिकारी कुंज बिहारी सिंह और थाना प्रभारी डॉ. नरेन्द्र प्रसाद ने दल-बल के साथ शनिवार को बुधवारा गांव पहुंच कर जायजा लिया इसके बाद ुन्होंने पीड़ित परिवार को सरकारी सहायता दिलाने का आश्वासन देकर चले गए.