नवादा: उत्पाद विभाग ने नगर थाना क्षेत्र के अषाढी गांव में छापेमारी कर अर्द्ध निर्मित मकान से 88 कार्टन विदेशी शराब बरामद किया है. कार्रवाई उत्पाद विभाग के इंस्पेक्टर आदित्य के नेतृत्व में की गई है. उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि अषाढी गांव के समीप एक अर्द्ध निर्मित मकान के झाड़ी में भारी मात्रा में विदेशी शराब छुपा कर रखा हुआ है. सूचना मिलने के बाद टीम गठित कर तुरंत कार्रवाई की गई जिसमें 88 कार्टून विदेशी शराब जब्त की गई है. (liquor seized from half built house in Nawada)
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अर्द्ध निर्मित मकान से विदेशी शराब जब्त: टीम की छापेमारी की भनक पहले ही शराब कारोबारी को हो चुकी थी. जिसका फायदा उठाते हुए कारोबारी मौके से फरार होने में कामयाब रहा. फिलहाल कारोबारी की पहचान कर आगे की कार्रवाई में उत्पाद विभाग जुट गई है. एक तरफ सीएम नीतीश कुमार शराबबंदी को सख्ती से लागू करने को लेकर अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हैं वहीं अधिकारी भी मोर्चा संभाले हुए हैं. उत्पाद विभाग शराब माफियाओं के विरुद्ध लगातार कार्रवाई कर रही है. इन सबके बावजूद शराब को गोरखधंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा है.
झाड़ी में छुपाकर रखे गए थे 88 कार्टून शराब: बता दें कि बिहार के छपरा में शराब से मौत के बाद उत्पाद विभाग पूरी तरह अलर्ट है. चप्पे-चप्पे पर शराब की सूचना मिलने पर कार्रवाई कर रही है. कार्रवाई के बाद शराब माफियाओं में हड़कंप मच गया है. इंस्पेक्टर आदित्य ने बताया कि शराब माफियाओं को बख्शा नहीं जाएगा और कार्रवाई लगातार जारी रहेगी.
"किसी भी शराब माफिया को बख्शा नहीं जाएगा. हमारा अभियान लगातार जारी रहेगा. कारोबारियों पर कार्रवाई जारी रहेगी."- आदित्य, इंस्पेक्टर, उत्पाद विभाग
बिहार में शराबबंदी: बिहार में 2016 से शराबबंदी कानून लागू है. इसके बावजूद शराब माफियाओं के मंसूबे बढ़े हुए हैं. शराब पीने पिलाने का खेल जारी है. जहरीली शराब से अबतक कई लोगों की मौत भी हो चुकी है. छपरा में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 73 तक पहुंच गई है. सारण के मशरक, मढ़ौरा, इसुआपुर और अमनौर प्रखंड में ही ये मौतें हुईं हैं. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तस्करी करने वाले 153 धंधेबाजों को गिरफ्तार किया है.