नवादा: कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार की ओर से लगाए गये लॉकडाउन के भय से मजदूरों के ईंट-भठ्ठा पर काम करने के लिए बाहर जाने से इनकार करने पर मजदूर और ठेकेदार के बीच 11 जुलाई को मारपीट हो गई थी. जिसमें बरेव पंचायत के दुधैली आजाद नगर मुसहरी टोला के निवासी बासदेव मांझी का बेटा कुलो मांझी बुरी तरह जख्मी हो गया.
बेहतर इलाज के लिये पीएमसीएच रेफर
घायल को अकबरपुर पीएचसी से बेहतर इलाज के लिये पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. मौत की खबर सुनते ही गांव में कोहराम मच गया. बड़ी संख्या में महादलित टोला के लोगों ने सोमवार की सुबह 6 बजे राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 31 बरेव मोड़ पर घंटों तक सड़क जाम कर गुस्से का इजहार किया. मजदूरों के सड़क जाम किये जाने से वाहनों का परिचालन घंटों तक बुरी तरह बाधित रहा. जिससे लोगों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ी.
मुआवजा दिलाने की मांग
सूचना मिलते ही एसआई सहरोज अख्तर और मिथलेश तिवारी ने पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जाएजा लिया. जिसके बाद मजदूरों को समझाकर जाम हटवाया गया. सभी मजदूर हत्यारों को गिरफ्तार करने और उचित मुआवजा दिलवाने की मांग कर रहे थे.
काम पर जाने का दबाव
मिली जानकारी के अनुसार बरेव गांव के ठेकेदार उपेंद्र सिंह हरियाणा, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों के लिए मजदूर भेजने का काम करता है. ईंट-भठ्ठा पर काम करने के लिए 40 हजार रुपये दुधैली आजाद नगर के मजदूर बासदेव मांझी के बेटे कुलो मांझी को उधार दिये गये थे. ठेकेदार उपेंद्र सिंह और उसका बेटा छोटे सिंह उर्फ छोटीयां मजदूरों को काम पर चलने का दबाव बना रहे थे. अन्यथा रुपये लौटाने की मांग की जा रही थी.
इलाज के दौरान मौत
मजदूरों के काम पर नहीं जाने से नाराज ठेकेदार ने मजदूर की बुरी तरह पिटाई कर दी. इलाज के बाद अकबरपुर पीएचसी से उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. जहां इलाज के दौरान मजदूर की मौत हो गयी. मौत की खबर सुनकर उत्तेजित मजदूरों ने राष्ट्रीय उच्च पथ 31 बरेव मोड़ पर घंटों तक जाम कर दिया.
क्या कहते हैं थानाध्यक्ष
प्रभारी थानाध्यक्ष राजू कुमार ने बताया कि मृतक का शव पटना से आने पर लिखित आवेदन मृतक के परिजनों से लिये जाएंगे. उसके बाद प्राथमिक दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि शव का अंतः परीक्षण कर परिजनों को सौंप दिया जाएगा.