नवादा: बिहार के नवादा में एक बच्ची हिसुआ थाने (Girl Child Pleased To Hisua Police to Save Mother) में पहुंच गई. वहां जाकर थानाध्यक्ष से मां के साथ मारपीट करने की शिकायत की है. बच्ची के अनुसार उसकी मां के साथ घर में चाचा और दादा-दादी मारपीट करते हैं. उसे आपलोग बचा लीजिए. इस बच्ची की बातों को सुनकर वहां सभी लोग दंग रह गए. बच्ची ने यह भी बताया कि हमारे पिता दिल्ली में रहते हैं.
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बच्ची ने लगाई मां को बचाने की गुहार: हिसुआ थाना अंतर्गत एक महिला को उसके छोटे देवर के साथ सास- ससुर ने घरेलू विवाद में मारपीट किया है. मारपीट के बाद महिला बुरी तरह जख्मी हो गयी. अपनी मां के साथ मारपीट होता देखकर बच्ची अपने घर से 5 किलोमीटर दूर पैदल चलकर हिसुआ थाने पहुंच गयी. वहां पहुंचकर उसने किसी से थानाध्यक्ष के बारे में पूछा कि थाना प्रभारी कौन है? वहां मौजूद लोगों ने बताया कि ओडी टेबल पर बैठे थानाध्यक्ष रूदल ठाकुर के बारे में बताया तब वह सीधे जाकर बोली कि सर! मेरी मां को बचा लीजिए, मेरी मां को मेरे छोटे पापा (चाचा) और दादा-दादी मिलकर मारपीट करते हैं.
बच्ची ने बताई मां को पीटने की कहानी: बच्ची के अनुसार दादा दादी ने मारपीट कर मेरी मां को घर से निकाल दिया. मेरी मम्मी कहां चली गयी, इस बारे में हमें कोई जानकारी नहीं. हमारे पापा दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते हैं. इस तरह बच्ची की फरियाद सुनकर प्रभारी थानाध्यक्ष रूदल ठाकुर ने बच्ची को थाने में बैठाकर चुप कराया. उस बच्ची को खाने के लिए फल मंगवाकर भी दिया.
"दादा दादी ने मारपीट कर मेरी मां को घर से निकाल दिया. मेरी मम्मी कहां चली गयी, इस बारे में हमें कोई जानकारी नहीं. हमारे पापा दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते हैं".- पीड़िता की बेटी
आवश्यक कार्रवाई में जुटी पुलिस: थानाध्यक्ष ने तुरंत एक पुलिस की टीम तैयार किया और बच्ची को साथ लेकर उसके घर पहुंच गई. प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया कि बच्चे भगवान के रूप होते हैं. उसे जो दिखा वह आकर बोली. हम उसके परिजन से पूछताछ कर आवश्यक कार्रवाई करेंगे.