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नवादा में सड़क निर्माण कंपनी पर बिजली चोरी की प्राथमिकी, विभाग ने लगाया 2 करोड़ 46 लाख का जुर्माना - Raids on base camp of road construction company

नवादा में बिजली विभाग ने एक सड़क निर्माण कंपनी के बेस कैंप पर छापेमारी कर उसे बिजली की चोरी करते हुए पकड़ा है. इस संबंध में बिजली विभाग ने कंपनी के खिलाफ रजौली थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. साथ ही कंपनी पर 2 करोड़ 46 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है. पढ़ें पूरी खबर..

नवादा में सड़क निर्माण कंपनी पर बिजली चोरी की प्राथमिकी
नवादा में सड़क निर्माण कंपनी पर बिजली चोरी की प्राथमिकी
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Published : Oct 29, 2021, 9:03 AM IST

नवादा: बिहार के नवादा जिले के रजौली थाना (Rajauli Police Station) इलाके में बहादुरपुर मोड़ से कुछ दूर आगे स्थित फोरलेन निर्माण करने वाली एक कंपनी के बेस कैंप पर बिजली विभाग (Electricity Department) की टीम ने छापेमारी की. जहां सड़क निर्माण कंपनी की ओर से अवैध रूप से बिजली का उपयोग किया जा रहा था. इसको लेकर बिजली विभाग ने फोरलेन निर्माण कंपनी पर दो करोड़ 46 लाख 204 रुपये का जुर्माना लगाया है. इसके साथ ही प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है.

ये भी पढे़ं:अब बिहार में तेजी से लगाए जाएंगे स्मार्ट प्रीपेड मीटर, कम होगा बिजली का नुकसान

जानकारी के अनुसार बीते 22 अक्टूबर को बिजली विभाग के विद्युत कार्यपालक अभियंता यासिर हयात, सहायक विद्युत अभियंता अम्बरीश कुमार, कनीय विद्युत अभियंता भागीरथ झा के नेतृत्व में फोरलेन निर्माण कंपनी मैसर्स गावर कंस्ट्रक्शन लिमिटेड में छापेमारी किया गया था. जिसमें देखा गया कि 11 हजार लाइन से विद्युत संधारण जोड़कर उसके द्वारा खरीदा गया दो ट्रांसफॉर्मर विद्युत प्रवाहित हो रहा था. इसके साथ ही एलटी तार से भी बिना मीटर लगाए अवैध रूप से बिजली चोरी की जा रही थी.

इस संबंध में बिजली विभाग के एसडीओ ने रजौली थाने में आवेदन देकर कंपनी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. जांच टीम के द्वारा छापेमारी के दौरान बिजली चोरी की वीडियोग्राफी भी किया गया है. जिसे थाने में दिए गए लिखित आवेदन में संलग्न किया गया है. बिजली विभाग के सहायक विद्युत अभियंता ने बताया कि बिजली चोरी के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. बिजली विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि गावर कंपनी में बिजली विभाग के द्वारा एक ट्रांसफार्मर लगाया गया था.

जिससे पूरे प्लांट में बिजली चालू थी लेकिन कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा प्लांट के पिछले हिस्से में 2 सौ केवी का दो ट्रांसफार्मर फिर से लगाया गया. जिसके लिए बिजली विभाग से कोई अनुमति नहीं ली गई थी. अपने इच्छा से कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा 11 हजार लाइन से उसमें कनेक्शन करके बिजली चुराया जा रहा था. इसी मामले में कंपनी पर कार्रवाई की गई है.

गौरतलब है कि मैसर्स गावर कंस्ट्रक्शन लिमिटेड कंपनी बहादुरपुर मोड़ से कुछ दूर आगे अपना बेस कैंप बनाए हुए है. जहां फोरलेन निर्माण करने की कई सामग्री और मशीनरी वहां पर रखा हुआ है. वहीं पर उनके दर्जनों कर्मी भी दिन रात काम करते हैं और रहते भी हैं. कंपनी हरदिया से खराट मोड़ तक दूसरे फेज का फोरलेन का निर्माण कार्य कर रहा है. जहां बिजली विभाग की टीम ने छापेमारी कर बिजली चोरी को पकड़ा है.

ये भी पढे़ं:बिजली चोरी रोकने में बिहार आगे, शिकागो यूनिवर्सिटी के वीसी ने की तारीफ

नवादा: बिहार के नवादा जिले के रजौली थाना (Rajauli Police Station) इलाके में बहादुरपुर मोड़ से कुछ दूर आगे स्थित फोरलेन निर्माण करने वाली एक कंपनी के बेस कैंप पर बिजली विभाग (Electricity Department) की टीम ने छापेमारी की. जहां सड़क निर्माण कंपनी की ओर से अवैध रूप से बिजली का उपयोग किया जा रहा था. इसको लेकर बिजली विभाग ने फोरलेन निर्माण कंपनी पर दो करोड़ 46 लाख 204 रुपये का जुर्माना लगाया है. इसके साथ ही प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है.

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जानकारी के अनुसार बीते 22 अक्टूबर को बिजली विभाग के विद्युत कार्यपालक अभियंता यासिर हयात, सहायक विद्युत अभियंता अम्बरीश कुमार, कनीय विद्युत अभियंता भागीरथ झा के नेतृत्व में फोरलेन निर्माण कंपनी मैसर्स गावर कंस्ट्रक्शन लिमिटेड में छापेमारी किया गया था. जिसमें देखा गया कि 11 हजार लाइन से विद्युत संधारण जोड़कर उसके द्वारा खरीदा गया दो ट्रांसफॉर्मर विद्युत प्रवाहित हो रहा था. इसके साथ ही एलटी तार से भी बिना मीटर लगाए अवैध रूप से बिजली चोरी की जा रही थी.

इस संबंध में बिजली विभाग के एसडीओ ने रजौली थाने में आवेदन देकर कंपनी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. जांच टीम के द्वारा छापेमारी के दौरान बिजली चोरी की वीडियोग्राफी भी किया गया है. जिसे थाने में दिए गए लिखित आवेदन में संलग्न किया गया है. बिजली विभाग के सहायक विद्युत अभियंता ने बताया कि बिजली चोरी के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. बिजली विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि गावर कंपनी में बिजली विभाग के द्वारा एक ट्रांसफार्मर लगाया गया था.

जिससे पूरे प्लांट में बिजली चालू थी लेकिन कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा प्लांट के पिछले हिस्से में 2 सौ केवी का दो ट्रांसफार्मर फिर से लगाया गया. जिसके लिए बिजली विभाग से कोई अनुमति नहीं ली गई थी. अपने इच्छा से कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा 11 हजार लाइन से उसमें कनेक्शन करके बिजली चुराया जा रहा था. इसी मामले में कंपनी पर कार्रवाई की गई है.

गौरतलब है कि मैसर्स गावर कंस्ट्रक्शन लिमिटेड कंपनी बहादुरपुर मोड़ से कुछ दूर आगे अपना बेस कैंप बनाए हुए है. जहां फोरलेन निर्माण करने की कई सामग्री और मशीनरी वहां पर रखा हुआ है. वहीं पर उनके दर्जनों कर्मी भी दिन रात काम करते हैं और रहते भी हैं. कंपनी हरदिया से खराट मोड़ तक दूसरे फेज का फोरलेन का निर्माण कार्य कर रहा है. जहां बिजली विभाग की टीम ने छापेमारी कर बिजली चोरी को पकड़ा है.

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