नवादा: अन्य राज्यों से आये सभी प्रवासियों का जिला प्रशासन अब घर-घर जाकर मेडिकल स्क्रीनिंग करवायेगी. इसकी जानकारी एडीएम ओम प्रकाश ने दी. उन्होंने कहा कि अन्य शहरों से आने वाले श्रमिकों का रजिस्ट्रेशन कराकर उन्हें होम क्वॉरेंटाइन किया जाएगा. लेकिन उन्हें पहले रजिस्ट्रेशन के बाद दिए जानेवाले डिग्निटी किट नहीं दी जाएगी. उसके बदले उनके खाते में सरकार की तरफ से एक हजार रुपये की राशि दी जाएगी.
जांच के बाद होम क्वॉरेंटाइन
पंचायत स्तर पर बनाए गए 334 क्वॉरेंटाइन सेंटर में करीब 9 हजार 251 प्रवासी श्रमिक ठहरे हुए थे. जिनमें से अन्य राज्यों के रेड जोन से आए प्रवासियों को प्रखंड क्वॉरेंटाइन सेंटर में भेजकर, बाकी सभी प्रवासियों को जांच के बाद होम क्वॉरेंटाइन के लिए भेज दिया गया है. वहीं, प्रखंड स्तर के क्वॉरेंटाइन सेंटरों में 14 दिनों का अवधि पूर्ण होने पर प्रवासी श्रमिकों को होम क्वॉरेंटाइन के लिए भेज दिया गया है. जिसकी कुल संख्या 2 हजार 285 है.
प्रमुख पर्यटन स्थलों की जानकारी
मजदूरों को टीवी और प्रॉजेक्टर के माध्यम से नवादा जिले के पर्यटन और मुख्य स्थलों जैसे- काकोलत, हरदिया डैम आदि की जानकारी भी दी जा रही है. साथ ही बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थलों से उन्हें अवगत कराया जा रहा है. ताकि उनका मन लगा रहे और जानकारी भी हासिल हो.
श्रमिकों को मिलेगा रोजगार
जिला प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे हुनर की खोज के तहत मजदूरों को रोजगार मुहैया कराया जा रहा है. इसके तहत किए गए रजिस्ट्रेशन की संख्या 126 है. जिला प्रशासन की ओर से इस दिशा में प्रयास जारी है. ताकि हुनरमंद कामगार श्रमिकों को अधिक से अधिक रोजगार मुहैया हो सके.