नवादा: डीएम यशपाल मीणा ने शनिवार को समाहरणालय कार्यालय कक्ष में समीक्षा बैठक की. नगर निकायों के उत्क्रमण और नये निकाय क्षेत्र के निर्माण और विस्तार के लिए नगर विकास और आवास विभाग की ओर से निर्गत पत्र के आलोक में बैठक की गई. इस बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले में शहरीकरण के प्रतिशत को बढ़ाना, व्यवस्थित तथा सुनियोजित तरीके से शहरों का विकास करना रहा.
21 मई तक प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश
डीएम यशपाल मीणा ने सभी संबंधित अधिकारी को निर्देश दिया कि 21 मई तक हर हाल में प्रस्ताव तैयार करें. ताकि प्रस्ताव पास कराने के लिए मुख्यालय को भेजा जा सके. नगर परिषद के अधिकारी देवेन्द्र सुमन, नगर पंचायत हिसुआ डॉ. मनीष कुमार और नगर पंचायत वारिसलीगंज के अधिकारी जयराम प्रसाद को निर्देश दिया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में टाउनशीप प्लान तैयार करें.
जिसमें सीवरेज, पाइपलाइन, लाइटिंग आदि को बढ़ावा मिल सके. उन्होंने कहा कि नगर क्षेत्र के लिए जहां सघन आबादी, रिहाइसी क्षेत्र, लॉज, शो रूम, लाइन होटल, रेलवे रैक, कॉलनी आदि है, वैसे इलाके को चिन्हित करें.
निर्माण के लिए प्रस्ताव
सभी प्रखंड विकास अधिकारी को नगरीय निकाय क्षेत्र के निर्माण के लिए प्रस्ताव देने का निर्देश दिया गया. इस मौके पर अपर समाहर्ता ओम प्रकाश, उप विकास आयुक्त वैभव चौधरी, डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार आदि उपस्थित रहे. बता दें जहां देश में नगरीकरण लगभग 32 प्रतिशत है, वहीं बिहार में लगभग 11.03 ही है.
इसका प्रभाव ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन, रोजगार सृजन की असक्षमता के रूप में फलीभूत होती रहती है. जहां गैर कृषि क्षेत्र में 75 प्रतिशत आबादी की बाध्यता थी, उसे घटाकर 50 प्रतिशत कर दिया गया है. जिससे अधिकाधिक नगरीय क्षेत्र विकसित हो सके. साथ ही बैठक में नगर सीमा से सटे ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां नगरीय सुविधाएं विकसित होने की अपार संभावना उसे संलग्न करने के प्रस्ताव पर विचार किया गया.