नवादाः डीएम यशपाल मीणा ने समाहरणालय स्थित सभागार में सभी विभाग के प्रधान सहायक के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक में कोषागार, जिला कल्याण, निलाम पत्र शाखा, आपदा, विधि शाखा, डीआरडीए, आपूर्ति, स्थापना, पंचायती राज, राजस्व शाखा, आइसीडीएस और नजारत शाखा सहित अन्य विभागों की विस्तृत समीक्षा की गई. बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वित्तीय अनियमितता से बचने के लिए वित्त विभाग के आदेशानुसार सभी अनावश्यक बैंक खातों को तुरंत बंद करें. उन्होंने कहा कि ब्याज की राशि और अव्यवहृत राशि को सरकार के खाते में जमा करा दें.
'मुख्यालय को भेजें रिपोर्ट'
इस बैठक में जिला स्तर, अनुमंडल स्तर और प्रखंड स्तर के सभी प्रधान सहायक और नाजीर से विस्तृत समीक्षा करते हुए सभी से रोकड़ पंजी, सीडब्लूजेसी, एमजेसी, न्यायालय मामला, विभागीय कार्रवाही, लोकायुक्त, आरटीपीएस, लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम, सेवान्त लाभ, लंबित पत्रों का निष्पादन, सेवा पुस्त सत्यापन, सूचना का अधिकार से संबंधित विषयों पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई. उन्होंने कैश बुक अपडेशन के अंतिम पृष्ठ पर विशेष समीक्षा किया और निर्देश दिया कि वरीय अधिकारियों की की ओर से इंसपेक्सन कम्प्लाइंस रिपोर्ट मुख्यालय में भेजें. जिला कोषागार अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि कैश बुक संधारण के लिए सभी प्रधान सहायक और नाजीर को प्रशिक्षण देना सुनिश्चित करें. ताकि भविष्य में किसी प्रकार की वित्तीय अनियमितता न हो.
वित्तीय अनियमितता बर्दाश्त नहीं- डीएम
डीएम ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि वित्तीय अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जायेगी. वित्तीय अनियमितता में लिप्त कर्मी और अधिकारी को दंडित भी किया जाएगा. उन्होंने कहा कि वित्तीय अनियमितता मामले में नोटिस तामिला निश्चित रूप से करें. इसकी पूर्ण जवाबदेही कार्यालय सहायक की होगी. उन्होंने सभी कार्यालय के कार्यालय प्रधान को निर्देश दिया कि वे अपने कैश बुक का निरीक्षण लागातार करते रहें. उन्होंने कहा कि कार्यालय द्वारा लंबित पत्रों का समय से निष्पादन नहीं होना संबंधित कर्मियों को असक्षमता का प्रतीक माना जायेगा.
सेवानिवृत्ति के मामले में निर्देश
सेवान्त लाभ के मामले में निर्देश देते हुए डीएम ने कहा कि सेवानिवृत्त कर्मियों का सेवान्त लाभ सेवानिवृत्ति की तिथि से पहले हर हाल में सभी लाभ देना सुनिश्चित करें. इसके लिए तीन माह पूर्व से ही सेवा निवृत होने वाले कर्मियों का लेखा जोखा का कार्य शुरू कर दें. ताकि ससमय उन्हें सम्पूर्ण लाभ दिया जा सके. उन्होंने सभी संबंधित अधिकारी और कार्यालय सहायक को निर्देश देते हुए कहा कि न्यायालय और विभागीय कार्रवाई मामले को गंभीरता से लें. बता दें कि बैठक में जिला नजारत शाखा पदाधिकारी अशोक तिवारी, जिला कोषागार अधिकारी संजय विश्वास, जन संपर्क अधिकारी गुप्तेश्वर कुमार के साथ-साथ सभी विभाग के प्रधान सहायक और नाजीर आदि उपस्थित थे.