नवादा: जिले के वारसलीगंज प्रखंड मुख्यालय स्थित गणेश बीके साहु इंटर विद्यालय के सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने अब तक देश के विभिन्न भागों में अपने योग्यता के बल पर परचम लहराया है. इसी कड़ी में एक और पूर्ववर्ती छात्र का नाम जुड़ गया है. जिसने ना सिर्फ जिले का मान बढ़ाया है. बल्कि उस विद्यालय का भी नाम रौशन किया है.
बता दें इस विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्र जितेन्द्र कुमार को परमाणु उर्जा विभाग के अर्न्तगत आने वाले भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र मुंबई ने एडवांस्ड रिएक्टर को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है, इस पर रिसर्च करने की जिम्मेवारी दी है.
इंटेलिजेंट कंट्रोलर पर करेंगे कार्य
भाभा अनुसंधान केंद्र के अधीनस्थ मथुरा के बीटेक इलेक्ट्रॉनिक और संचार विभाग के सहायक निदेशक प्रो. विशाल गोयल और सहायक प्रवक्ता जितेन्द्र कुमार इस पर रिसर्च कर प्रोटोटाइप तैयार करेंगे.
इस मामले में जितेन्द्र कुमार ने बताया कि बीआरएनएस की ओर से दिये गये प्रोजक्ट के माध्यम से सर्वप्रथम इंटेलिजेंट कंट्रोलर पर कार्य करेंगे. प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद एडवास्ड हैवी रिएक्टर पर नियंत्रित करने के लिये प्रोसेस किया जायेगा.
शोध कार्य करने में प्रगति
जितेन्द्र कुमार ने बताया कि इसमें लंबा समय लगेगा. इस प्रोजक्ट को पूरा करने के लिये 22 लाख की राशि तय की गई है. कार्य प्रारंभ करने के लिये बकायदा कुछ राशि का भुगतान भी कर दिया गया है. इस प्रोजक्ट के माध्यम से शोध कार्य करने में प्रगति होगी. साथ ही एक उपलब्धि भी होगी.
सिमरी से की प्रारंभिक पढ़ाई
बता दें जितेन्द्र कुमार ने अपने ननिहाल सिमरी डीह में रहकर अपनी प्रारंभिक शिक्षा ली है. बीके साहु इंटर विद्यालय से वर्ष 2000 में मैट्रिक पास की. उसके बाद उच्चतर शिक्षा के लिये देश की राजधानी दिल्ली को चुना. जहां दिल्ली विश्वविद्यालय से एमटेक की डिग्री प्राप्त करने के बाद पीएचडी की उपाधि लेकर जीएलवी विश्वविद्यालय में बतौर प्रोफेसर अपनी सेवा देने लगे.
अब जितेन्द्र कुमार की कार्यकुशलता और दक्षता की वजह से भारत सरकार के परमाणु उर्जा विभाग के अन्तर्गत भाभा अनुसंधान केन्द्र मुबंई की संस्था ने इन्हें रिसर्च की जिम्मेवारी सौंपी है. जो बीके साहु इंटर विद्यालय और बिहार के लिये गौरव की बात है.