नवादा: बिहार के नवादा में एसपी गौरव मंगला (FIR Against SP Gaurav Mangala In Nawada) की मुश्किलें बढ़ गई है. जिले में कमजोर वर्ग के ADG अनिल किशोर यादव ने एससी एसटी एक्ट के तहत एफआईआर करने का आदेश दिया है. बताया जाता है कि एसपी गौरव ने पिछले दिनों 5 पुलिस अधिकारी और पुलिसकर्मियों को थाने के हाजत में बंद कर दिया था. इस मामले में एडीजी ने मगध रेंज के आइजी से FIR दर्ज करने को कहा है और साथ ही क्या कार्रवाई की गई है, इसकी जानकारी 7 दिनों के भीतर देने को कहा है.
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क्या था मामला: बीते 8 सितम्बर को जब एसपी गौरव मंगला ड्यूटी के दौरान निरीक्षण करते हुए नवादा नगर थाना गए. उसके बाद थाना पहुंचने के बाद उन्होंने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों और दारोगा से पुलिस स्टेशन की डायरी मांगी. जांच में डायरी अपडेट नहीं होने की वजह से वो गुस्से में आ गए और थाने में मौजूद एसआई शत्रुघ्न पासवान, एसआई रामपरेखा सिंह, एएसआई संतोष पासवान, एएसआई संजय सिंह और रामेश्वर उरांव की जमकर क्लास लगाई, जिसके बाद उनलोगों को करीब दो घंटे के लिए लॉकअप में बंद कर दिया.
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बिहार पुलिस एसोसिएशन ने जताई थी नाराजगी : जिले में एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह ने कहा कि बिहार पुलिस एसोसिएशन, सरकार और पुलिस मुख्यालय से मांग है कि पूरे मामले की न्यायिक जांच कराई जाए. थाने में लगे सीसीटीवी फुटेज की विधिवत जांच कराकर सत्य को सामने लाया जाए और साक्ष्य मिलने पर पुलिस अधीक्षक नवादा पर आईपीसी के तहत प्राथमिकी दर्ज कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए. इस तरह की घटना पुलिस इतिहास में बिहार की पहली घटना होगी.
बिहार पुलिस एसोसिएशन ने कहा कि इस घटना से बिहार पुलिस की छवि जनमानस में काफी धूमिल हुई है. इस घटना से बिहार के तमाम पुलिस मर्माहत और आक्रोशित हैं. इस तरह की घटना अंग्रेजी शासनकाल की याद दिलाती है. मृत्युंजय सिंह ने कहा कि जब उन्होंने इस घटना के संबंध में जानकारी के लिए पुलिस अधीक्षक नवादा को फोन लगाया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया.