नालंदा: कोरोना के जांच का दायरा बढ़ाने के लिए सरकार की तरफ से अब नालंदा में कोरोना जांच की सुविधा मुहैया कराई गई है. इसके लिए ट्रू-नेट मशीन वर्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी पहुंचा दी गई है. इसके तहत अब विम्स अस्पताल में हर दिन करीब 40 सैंपल की जांच की जाएगी. आईसीएमआर के ट्रायल के बाद इसकी मंजूरी दे दी है.
बता दें कि अस्पताल सहित जिले के अन्य प्रखंडों में क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे जिस भी संदिग्ध व्यक्ति का सैंपल लिया जाएगा, उसे रिपोर्ट आने तक गहन निगरानी में रखा जाएगा. यदि रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो मरीज को तुरंत आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जाएगा.
कोरोना जांच वाले हॉस्पिटल में शामिल हुआ विम्स
कोविड-19 जांच मशीन आने के बाद अब नालंदा के विभिन्न प्रखंडों के क्वॉरेंटाइन सेंटरों में रह रहे संदिग्धों एवं विम्स अस्पताल के आइसलोशन वार्ड में भर्ती मरीजों की जांच के नमूने अब राजधानी पटना नहीं भेजने पड़ेंगे. इससे समय की बचत के साथ ही राजधानी पटना पर सैंपलों का भार कम होगा. बता दें कि बिहार में कोरोना जांच करने वाला विम्स आठवां हॉस्पिटल होगा.
VIMS के प्राचार्य ने क्या कहा
इस अवसर पर विम्स के प्राचार्य डॉ. पीके चौधरी ने बताया कि विम्स में कोरोना जांच की अनुमति सरकार ने दे दी है. गुरुवार से इस अस्पताल में कोरोना संक्रमण की जांच शुरू हो जाएगी. उन्होंने बताया कि अस्पताल में रोजाना करीब 40 सैंपल की जांच हो सकेगी. आवश्यकता पड़ने पर इसकी क्षमता को बढ़ाया जाएगा और पहले की तुलना में जल्द रिपोर्ट भी आ जाएगी.