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CM नीतीश के गांव से महज 6 KM दूर बसा यह गांव, बदहाली का रो रहा है आंसू - लोकसभा चुनाव

गांव में न तो सड़क है, न पानी, नालियां ऊफान पर हैं. जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. पैन की उड़ाही नहीं होने के कारण नाले का पानी गांव में ही भरा रहता है. जिसके कारण कई प्रकार की बीमारी होने का खतरा भी मंडराता रहता है.

बद से बदतर हैं हालात
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Published : Mar 27, 2019, 2:35 PM IST

नालंदा: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य में विकास का डंका पीट रहे हैं. विकास के नाम पर बिहार में एनडीए जीत का दावा ठोक रही है. वहीं नालंदा जिले के चंडी प्रखण्ड का गांव कुछ अलग ही कहानी बयां कर रहा है. गांव के लोगों ने विकास नहीं होने की बात कहते हुए इस बार के लोकसभा चुनाव में वोट से दूरी बनाने की बात की है.

Nalanda
कहा- नहीं देंगे वोट

गांव में जगह-जगह लगा दिया बैनर
ग्रामीणों द्वारा गांव के दीवारों पर बैनर भी लगा दिया है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि गांव में विकास नाम का कोई चीज नहीं है. गांव में न तो सड़क है, न पानी, नालियां ऊफान पर हैं. जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

आक्रोशित ग्रामीण

नीतीश कुमार के पैतृक घर से महज 6 कि.मी. दूर है यह गांव
हैरानी की बात है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पैतृक घर कल्याणबीघा से महज 6 किलोमीटर की दूरी पर बसा हरनौत विधानसभा का टाण्डापर गांव विकास की रौशनी से महरूम है. इस गांव की कुल जनसंख्या 1200 है. जिसमें हर समाज-जाति के लोग है. लेकिन, गांव में सड़क का निर्माण करीब 20 साल पहले हुआ था, उसके बाद एकबार भी मरम्मत नहीं हुई. जिसके कारण इस गांव में आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
इतना ही नहीं मुहाने नदी से जुड़े इस गांव का पैन पूरी तरह से भर गया है. पैन की उड़ाही नहीं होने के कारण नाले का पानी गांव में ही भरा रहता है. जिसके कारण कई प्रकार की बीमारी होने का खतरा भी मंडराता रहता है. इन समस्या को लेकर ग्रामीण द्वारा कई बार शिकायत की गई. लेकिन, समस्या जस का तस है.

क्या कहते हैं ग्रामीण
अब जब चुनाव होना है तो ग्रामीणों ने इस बार वोट नहीं देने का नारा बुलंद किया है. ग्रामीणों की शिकायत है कि जब हमारी समस्या ही दूर नहीं की जा रही है तो वे क्यों वोट दें.

नालंदा: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य में विकास का डंका पीट रहे हैं. विकास के नाम पर बिहार में एनडीए जीत का दावा ठोक रही है. वहीं नालंदा जिले के चंडी प्रखण्ड का गांव कुछ अलग ही कहानी बयां कर रहा है. गांव के लोगों ने विकास नहीं होने की बात कहते हुए इस बार के लोकसभा चुनाव में वोट से दूरी बनाने की बात की है.

Nalanda
कहा- नहीं देंगे वोट

गांव में जगह-जगह लगा दिया बैनर
ग्रामीणों द्वारा गांव के दीवारों पर बैनर भी लगा दिया है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि गांव में विकास नाम का कोई चीज नहीं है. गांव में न तो सड़क है, न पानी, नालियां ऊफान पर हैं. जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

आक्रोशित ग्रामीण

नीतीश कुमार के पैतृक घर से महज 6 कि.मी. दूर है यह गांव
हैरानी की बात है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पैतृक घर कल्याणबीघा से महज 6 किलोमीटर की दूरी पर बसा हरनौत विधानसभा का टाण्डापर गांव विकास की रौशनी से महरूम है. इस गांव की कुल जनसंख्या 1200 है. जिसमें हर समाज-जाति के लोग है. लेकिन, गांव में सड़क का निर्माण करीब 20 साल पहले हुआ था, उसके बाद एकबार भी मरम्मत नहीं हुई. जिसके कारण इस गांव में आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
इतना ही नहीं मुहाने नदी से जुड़े इस गांव का पैन पूरी तरह से भर गया है. पैन की उड़ाही नहीं होने के कारण नाले का पानी गांव में ही भरा रहता है. जिसके कारण कई प्रकार की बीमारी होने का खतरा भी मंडराता रहता है. इन समस्या को लेकर ग्रामीण द्वारा कई बार शिकायत की गई. लेकिन, समस्या जस का तस है.

क्या कहते हैं ग्रामीण
अब जब चुनाव होना है तो ग्रामीणों ने इस बार वोट नहीं देने का नारा बुलंद किया है. ग्रामीणों की शिकायत है कि जब हमारी समस्या ही दूर नहीं की जा रही है तो वे क्यों वोट दें.

Intro:नालंदा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में विकास की बात कह रहे है, और विकास के नाम पर बिहार में चुनाव की बात कही जा रही है वही नालंदा जिले के चंडी प्रखण्ड का टाण्डा पर गांव के लोगो ने विकास नही होने की बात कहते हुए इस बार के लोकसभा चुनाव में वोट वहिष्कार की घोषणा कर दी है। ग्रामीणों द्वारा गांव के दीवारों पर बैनर भी लगा दिया है जिसमे वोट वहिष्कार की बात कही गयी है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि गांव में विकास नाम का कोई चीज़ नही आया है। गांव में सड़क, पानी, नाली गली के साथ साथ पैन की उडाई नही हुई है जिसके कारण लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।


Body:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पैतृक घर कल्याणबीघा से महज 6 किलामीटर दूर हरनौत विधानसभा का टाण्डा पर गांव विकास की रौशनी से महरूम है। इस गांव में कुल 1200 आबादी है, जिसमे हर समाज के लोग रहते है। लेकिन गांव में सड़क का निर्माण करीब 20 साल पूर्व हुआ था उसके बाद से सड़क नही बना जिसके कारण इस गांव में आने जाने वाले लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इतना ही नही मुहाने नदी की जुड़ा इस गांव का पैन पूरी तरह से भर गया है। पैन की उडाई नही होने के कारण नाला का पानी गांव में ही भरा रहता है। जिसके कारण आने जाने में लोगो को कीचड़ से हो कर गुजरने पड़ता है वही गंदे पानी के जमा रहने के कारण कई प्रकार की बीमारी होने का खतरा भी मंडराता रहता है। इन समस्या को लेकर ग्रामीण द्वारा कई बार शिकायत किया गया लेकिन समस्या जस का तस बना रहा। अब जब चुनाव होना है तो ग्रामीणों ने इस बार वोट नही देने की बात कह डाली। ग्रामीणों की शिकायत है कि जब हमरी समस्या ही दूर नही की जा रही है तो वे लोग वोट नही देंगे। समस्या को दूर करने के बाद ही वोट देने की बात कही। इसके लिए पूरा गांव एकमत है।


Conclusion:
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