नालंदा: जिले में बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के एक फैन ने फांसी लगाकर सुसाइड कर ली है. घटना नालंदा जिले के चंडी थाना क्षेत्र के लोदीपुर गांव की है. परिजनों के अनुसार सुशांत सिंह राजपूत की मौत की खबर से 9वीं का छात्र सदमे में था. साथ ही अभिनेता की मौत की घटना पर वो कहता था कि सुशांत मर नहीं सकते हैं.
परिजनों ने बताया कि मंगलवार सुबह काफी देर तक छात्र के घर नहीं लौटने पर परिजनों ने खोजबीन की तो नवनिर्मित मकान का दरवाजा अंदर से बंद पाया. अनहोनी की आशंका में उन्होंने दरवाजा खटखटाया. जवाब न मिलने पर परिजनों ने दरवाजा तोड़ दिया. अंदर का नजारा देखकर उनके होश उड़ गए. वहीं, फांसी पर लटके छात्र को देखकर चीख पुकार मच गई.
अभिनेता की मौत से आहत था छात्र
मृतक छात्र गौतम कुमार के पिता उमाशंकर लाल ने बताया कि अभिनेता की मौत की घटना से छात्र काफी आहत था. मंगलवार की सुबह उसने अपने निर्माणाधीन मकान के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर रस्सी के सहारे फंदे से झूल गया. उन्होंने बताया कि घटना के बाद से वह से सबसे पूछता था कि क्या फांसी लगा लेने से कोई मर जाता है. अभिनेता की मौत के बाद से वह इन्हीं चंद सवालों से जूझ रहा था.
छानबीन में जुटी पुलिस
मृतक छात्र के परिजनों ने बताया कि सुसाइड से पहले छात्र ने सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म 'एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' रात में देखकर सोया था. घटना की जानकारी मिलते ही चंडी थाना पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल भेज दिया. थानाध्यक्ष रितु राज कुमार ने बताया कि यूडी केस दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है. छात्र अभिनेता की मौत से डिप्रेशन में था.
गौरतलब है कि पटना में भी अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद एक छात्रा ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. जानकारी के मुताबिक राजेंद्र नगर रोड नंबर-12 निवासी छात्रा ने अभिनेता की मौत के बाद मंगलवार को अपने घर में साड़ी से फंदा बनाकर खुदकुशी कर ली. छात्रा का नाम इशिका कुमारी बताया जा रहा है. इसी साल इशिका ने मैट्रिक की परीक्षा पास की थी. छात्रा का रिजल्ट अच्छा नहीं आया था, जिसको लेकर वो डिप्रेशन में थी. वहीं, सुशांत सिंह राजपूत की मौत की खबर के बाद वो लगातार उनकी मूवी देख रही थी.
- अपील: ईटीवी भारत ऐसे किसी भी कृत्य का समर्थन नहीं करता है. हमारी अपील है कि डिप्रेशन की स्थिति में डॉक्टरी सलाह के साथ-साथ परिवार के साथ समय बिताएं. अपने हर सुख-दुख के बारे में परिजनों को बताएं.