नालंदा: जिले को शुरू से ही शिक्षा माफियाओं का गढ़ माना जाता है. सरकारी शिक्षण संस्थान से लेकर प्राइवेट शिक्षण संस्थाओं तक सभी शिक्षा के नाम पर अवैध वसूली कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सोहसराय थाना इलाके के सरकारी किसान कॉलेज की है. जहां नामांकन के नाम पर अवैध रुपये लिए जाने के विरोध में छात्र-छात्राओं ने जमकर हंगामा किया.
छात्रों ने किया विरोध
गौरतलब है कि बीए के प्रथम सत्र में नामांकन में नालंदा के किसान कॉलेज में लड़कियों से 700 और लड़कों से 1750 रुपए नामांकन के नाम पर लिया जा रहा है. जबकि दूसरे कॉलेजों में नामांकन के नाम पर छात्र-छात्राओं से 300 रुपया लिया जा रहा. छात्र-छात्राओं ने जब इसका विरोध किया तो कॉलेज प्रबंधन ने इसे विश्वविद्यालय सेटअप की बात कहकर मामले को टाल दिया.
कॉलेज प्रबंधन ने आरोप को बताया बेबुनियाद
कॉलेज प्रबंधन ने बताया कि यह रेट चार्ट हम नहीं बल्कि विश्वविद्यालय तय करता है. विश्वविद्यालय के निर्देश पर ही हम नामांकन फीस लेते हैं. छात्र-छात्राओं ने जो आरोप लगाया है वह गलत और बेबुनियाद है.