नालंदा: छात्रों को लेकर स्पेशल ट्रेन गुरुवार को कोटा से बिहारशरीफ पहुंची. यह ट्रेन बिहार शरीफ रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर पहुंची. छात्रों के आगमन को लेकर स्टेशन पर प्रशासनिक स्तर पर पूरी तैयारी की गई थी. इस ट्रेन पर 1068 छात्र सवार थे. जिसमें नालंदा के अलावा नवादा, शेखपुरा, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद और जमुई आदी के छात्र शामिल थे. घर वापसी पर छात्रों ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा किसी ने सरकार को धन्यवाद कहा, तो कईयों ने सरकार को जमकर कोसा.
सभी छात्रों की हुई हेल्थ जांच
ट्रेन के बिहार शरीफ पहुंचते ही जिला प्रशासन ने सभी छात्रों की मेडिकल टीम से स्वास्थ्य की स्क्रीनिंग करवाई. जिसके बाद छात्रों से एक फॉर्म फिलअप कराया गया. उसके बाद सभी छात्रों को उनके गृह जिले के बस पर बैठाकर उनको रवाना कर दिया गया. सभी छात्रों से होम कोरेंटिन में रहने को लेकर शपथ पत्र भरवाया गया.
'खाने रहने में ही रही थी परेशानी'
कोटा से वापस आए छात्रों ने कहा कि वे लंबे काल तक लॉकडाउन के कारण हॉस्टल में फंसे रहे. वहां पर उनको काफी परेशानियों का सामना करना पर रहा था. खाने-पीने की दिक्कत हो रही थी. बिहार को छोड़कर अन्य राज्यों के छात्र अपने-अपने घर चले गए थ. जिसके कारण काफी कम छात्र हॉस्टल में रह गए थे. इस वजह से उन लोगों को डर भी लग रहा था. बिहार सरकार के प्रयास को किसी ने मुख्यमंत्री को थैंक यू कहा, तो किसी ने घर बुलाने में काफी देर कर देने की बात कही.