ETV Bharat / state

नालंदा में 10 हजार प्रवासियों की स्किल मैपिंग, रोजगार के लिए बनाए गए प्लान

author img

By

Published : May 27, 2020, 12:23 AM IST

नालंदा में मंगलवार को डीएम ने अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान प्रवासियों के रोजगार को लेकर चर्चा की गई. वहीं डीएम ने स्किल मैपिंग में तेजी लाने का निर्देश दिया.

skill
skill

नालंदा: प्रवासी कामगारों को रोजगार देने के लिए जिले में रोज स्किल मैपिंग कराई जा रही है. अब तक नालंदा में लगभग 10 हजार प्रवासियों की स्किल मैपिंग कराई गई है. इनमें से 3 हजार से अधिक कुशल श्रेणी के कामगार और शेष अकुशल श्रेणी के कामगार पाए गए हैं.

योजना के तहत ऋण

कुशल श्रेणी के कामगारों में मुख्य रूप से कारपेंटर, दर्जी, ड्राइवर, इलेक्ट्रीशियन, योगा ट्रेनर, पेंटर, राजमिस्त्री, ब्यूटीशियन, कंप्यूटर ऑपरेटर, वाहन मैकेनिक, सेल्समेन, लोहे से कृषि आधारित यंत्र बनाने वाले कर्मकार, प्रिंटिंग प्रेस से संबंधित कामगार, कुक, लैब टेक्नीशियन आदि शामिल हैं.

इनमें से स्वरोजगार के लिए इच्छुक लोगों को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति /अनुसूचित जनजाति एवं अत्यंत पिछड़ी जाति उद्यमी योजना, मुद्रा योजना के तहत अनुदानित दर पर ऋण उपलब्ध कराने के लिए कार्रवाई की जाएगी.

स्वरोजगार के लिए मिलेगा ऋण

इसके लिए महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र के द्वारा ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है. उनसे लगातार संवाद स्थापित कर उनके क्वॉरेंटाइन अवधि पूरा होने के बाद उन्हें संबंधित कार्यालय के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कराया जाएगा. वहीं, स्वरोजगार के लिए ऋण उपलब्ध कराने के लिए आगे की कार्रवाई की जाएगी. इस संबंध में मंगलवार को जिला पदाधिकारी ने सभी संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने प्रवासियों के स्किल मैपिंग कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया और रोजगार के लिए आगे की संभावनाओं के लिए त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.

जिला प्रशासन कराएगा कामगार मुहैया

विभिन्न सरकारी कार्यकारी विभाग/एजेंसी को भी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए विभिन्न श्रेणी के कामगारों की आवश्यकता होती है. इसी प्रकार निजी क्षेत्र के उद्योग और व्यवसाय के लिए भी विभिन्न श्रेणी के कुशल कामगारों की आवश्यकता है तो उद्योग विभाग द्वारा जारी विशेष पोर्टल पर दर्ज करा सकते हैं. उनके डिमांड के अनुरूप उपलब्ध वर्कफोर्स में से उन्हें उपयुक्त श्रेणी के कामगार उपलब्ध कराए जाएंगे.

कामगारों के लिए ऑनलाइन आवेदन

जिला पदाधिकारी ने महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र को ऐसे सभी कार्यकारी विभाग, एजेंसी और निजी उद्योगपतियों/व्यवसायियों से संपर्क कर कामगारों की आवश्यकता को ऑनलाइन दर्ज कराने का निदेश दिया है. इस ऑनलाइन पोर्टल पर 9 मुख्य श्रेणी और 77 उप श्रेणी के स्किल को अलग-अलग सूचीबद्ध किया गया है.

मुख्य श्रेणी में बैंकिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज, कंप्यूटर एंड आईटी, कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रॉनिक एंड इलेक्ट्रिकल, फूड प्रोसेसिंग, जेनरल सर्विसेज (ड्राइवर, टेलर, कुक आदि), हेल्थ केयर, वाहन मैकेनिक, टैक्सटाइल एंड हैंडलूम और अन्य श्रेणी को शामिल किया गया है.

प्रवासियों में जॉब कार्ड का वितरण

प्रवासी श्रमिकों को मनरेगा के माध्यम से भी रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कार्रवाई की जा रही है. इसके लिए विभिन्न क्वॉरेंटाइन सेंटर पर लोगों का जॉब कार्ड बनाया जा रहा है.

नालंदा: प्रवासी कामगारों को रोजगार देने के लिए जिले में रोज स्किल मैपिंग कराई जा रही है. अब तक नालंदा में लगभग 10 हजार प्रवासियों की स्किल मैपिंग कराई गई है. इनमें से 3 हजार से अधिक कुशल श्रेणी के कामगार और शेष अकुशल श्रेणी के कामगार पाए गए हैं.

योजना के तहत ऋण

कुशल श्रेणी के कामगारों में मुख्य रूप से कारपेंटर, दर्जी, ड्राइवर, इलेक्ट्रीशियन, योगा ट्रेनर, पेंटर, राजमिस्त्री, ब्यूटीशियन, कंप्यूटर ऑपरेटर, वाहन मैकेनिक, सेल्समेन, लोहे से कृषि आधारित यंत्र बनाने वाले कर्मकार, प्रिंटिंग प्रेस से संबंधित कामगार, कुक, लैब टेक्नीशियन आदि शामिल हैं.

इनमें से स्वरोजगार के लिए इच्छुक लोगों को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति /अनुसूचित जनजाति एवं अत्यंत पिछड़ी जाति उद्यमी योजना, मुद्रा योजना के तहत अनुदानित दर पर ऋण उपलब्ध कराने के लिए कार्रवाई की जाएगी.

स्वरोजगार के लिए मिलेगा ऋण

इसके लिए महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र के द्वारा ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है. उनसे लगातार संवाद स्थापित कर उनके क्वॉरेंटाइन अवधि पूरा होने के बाद उन्हें संबंधित कार्यालय के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कराया जाएगा. वहीं, स्वरोजगार के लिए ऋण उपलब्ध कराने के लिए आगे की कार्रवाई की जाएगी. इस संबंध में मंगलवार को जिला पदाधिकारी ने सभी संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने प्रवासियों के स्किल मैपिंग कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया और रोजगार के लिए आगे की संभावनाओं के लिए त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.

जिला प्रशासन कराएगा कामगार मुहैया

विभिन्न सरकारी कार्यकारी विभाग/एजेंसी को भी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए विभिन्न श्रेणी के कामगारों की आवश्यकता होती है. इसी प्रकार निजी क्षेत्र के उद्योग और व्यवसाय के लिए भी विभिन्न श्रेणी के कुशल कामगारों की आवश्यकता है तो उद्योग विभाग द्वारा जारी विशेष पोर्टल पर दर्ज करा सकते हैं. उनके डिमांड के अनुरूप उपलब्ध वर्कफोर्स में से उन्हें उपयुक्त श्रेणी के कामगार उपलब्ध कराए जाएंगे.

कामगारों के लिए ऑनलाइन आवेदन

जिला पदाधिकारी ने महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र को ऐसे सभी कार्यकारी विभाग, एजेंसी और निजी उद्योगपतियों/व्यवसायियों से संपर्क कर कामगारों की आवश्यकता को ऑनलाइन दर्ज कराने का निदेश दिया है. इस ऑनलाइन पोर्टल पर 9 मुख्य श्रेणी और 77 उप श्रेणी के स्किल को अलग-अलग सूचीबद्ध किया गया है.

मुख्य श्रेणी में बैंकिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज, कंप्यूटर एंड आईटी, कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रॉनिक एंड इलेक्ट्रिकल, फूड प्रोसेसिंग, जेनरल सर्विसेज (ड्राइवर, टेलर, कुक आदि), हेल्थ केयर, वाहन मैकेनिक, टैक्सटाइल एंड हैंडलूम और अन्य श्रेणी को शामिल किया गया है.

प्रवासियों में जॉब कार्ड का वितरण

प्रवासी श्रमिकों को मनरेगा के माध्यम से भी रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कार्रवाई की जा रही है. इसके लिए विभिन्न क्वॉरेंटाइन सेंटर पर लोगों का जॉब कार्ड बनाया जा रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.