नालंदाः सड़क हादसों में कमी लाने के लिए जन जागरण अभियान के तहत सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतिम दिन सेमिनार का आयोजन किया गया. इस सेमिनार में मौजूद लोगों की ओर से दुर्घटनाओं में कमी को लेकर अपने-अपने विचार रखे गए. सेमिनार के दौरान कहा गया कि सतर्कता से ही दुर्घटना से बचाव संभव है. इसके लिए जन जागरण अभियान भी चलाने का जरूरत है और लोगों को जितनी ज्यादा जानकारी होगी उतने ही कम हादसे होंगे.
सड़क सुरक्षा सप्ताह सेमिनार आयोजित
इस मौके पर नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि दुर्घटनाएं कैसे रोका जाए इसको लेकर विचार विमर्श किया जा रहा है. मूल रूप से जो अब तक बातें सामने कर आई है, उसमें ज्यादातर हादसे पैदल चलने वाले लोगों के साथ होती है और जिसके कारण उनकी मौत तक हो जाती है. सांसद ने कहा कि सबसे ज्यादा हादसे राष्ट्रीय राजमार्ग पर होती है. छोटे जगहों पर भी हादसे होते हैं. लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग में हादसे के बाद लोगों की मौत हो जाती है. इसलिए जरुरत है जन जागरण अभियान चलाने की और लोगों को जागरूक करने की. जागरूक होने के बाद ही दुर्घटनाओं में कमी आ सकती है.
लोगों को किया जाएगा जागरूक
हालांकि सांसद कौशलेंद्र कुमार ने हादसों के बाद लोगों के मुकदर्शक बन तमाशा देखे जाने पर भी नाराजगी जताई. साथ ही कहा कि हादसे के बाद अगर लोग घायलों को इलाज के लिए नजदीक अस्पताल में ले जाएं, तो लोगों की मौतों की संख्या कम हो सकती हैं और घायल व्यक्ति की जान बचाने में मददगार साबित हो सकते हैं.
यातायात नियमों के बारे में बताने का किया गया काम
सांसद ने कहा कि जिला परिवहन विभाग की ओर से सड़क हादसों में कमी हो इसके लिए विभिन्न सरकारी विद्यालयों में जा-जाकर लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाने का काम किया गया है. स्कूली बच्चों और शिक्षकों के बीच सड़क हादसे में कमी लाने के लिए यातायात नियमों के बारे में बताने का काम किया गया है.