नालंदा (अस्थावां): लोन देने के नाम पर देश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों से लाखों की ठगी करने वाले तीन साइबर ठगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. हालांकि इस गिरोह का सरगना फरार हो गया. पुलिस ने इनके पास से ठगी में प्रयोग किए जाने वाला 3 मोबाइल फोन, ग्राहकों का नाम पता लिखा हुआ 56 पन्ने का ऑडरशीट, एक बाइक और कई बैंकों के पासबुक का फोटो कॉपी बरामद किया है.
इन तीनों साइबर अपराधी की पहचान जिले के मानपुर थाना स्थित देवकली गांव निवासी खेमल चौधरी, कुंदन चौधरी और गुलाब कुमार के रूप में हुई है. पुलिस ने इन तीनों को गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई कर गिरफ्तार किया है.
"गुप्त सूचना मिली थी कि मायापुर गांव निवासी कमलेश चौधरी के घर में कुछ साइबर ठग ठगी का धंधा कर रहे हैं. इसी सूचना के आधार पर एक टीम गठित कर उक्त घर में छापेमारी की गई तो 3 साइबर ठग, ठगी करते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया. जबकि एक ठग भाग निकला. पुलिस उसकी तलाश कर रही है." - अमरेश कुमार सिंह, थानाध्यक्ष, कतीसराय
प्रोसेसिंग फीस के नाम पर लाखों की ठगी
बता दें कि ये सभी साइबर ठग वैसे लोगों को अपने ठगी के जाल में फंसाते हैं, जो निजी फाइनेंस कंपनी में लोन के लिए आवेदन देते हैं. वैसे लोगों से व्हाट्सप पर उनके आईडी कार्ड मंगवाए जाते हैं और सत्यापन के नाम पर ठग गिरोह के सदस्य एक घंटे तक इंतजार करने के लिए कहते हैं. इसके बाद लोन स्वीकृति की चिट्ठी बनाने का झांसा दिया जाता है. फिर ठग प्रोसेसिंग फीस के नाम पर लाखों की ठगी करते हैं.