नालंदा: नालंदा में मानवता को शर्मसार करने वाला एक वीडियो वायरल हो रहा है. गुरुवार को ड्यूटी पर जा रहे डॉ. प्रियरंजन प्रियदर्शी को बदमाशों ने दिनदहाड़े गोलियों से भून डाला. गोली लगने के बाद वे काफी देर तक सड़क पर ही तड़पते रहे. वहीं, मौका-ए-वारदात पर मौजूद लोग उन्हें अस्पताल पहुंचाने के बजाय वीडियो बनाते रहे.
जिले के रहुई थाना क्षेत्र में बेखौफ बदमाशों ने सरकारी चिकित्सक डॉ. प्रियरंजन प्रियदर्शी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. डॉ. प्रियरंजन कुमार प्रियदर्शी हरनौत प्रखंड के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोनावा में पदस्थापित थे. वे डेपुटेशन पर गोकुलपुर मठ स्थित पीएचसी में कार्यरत थे. बताया जा रहा है कि वे ड्यूटी पर जा रहे थे. उसी दौरान पूर्व से घात लगाए बदमाशों ने रहुई थाना इलाके के निजाय मोड़ के समीप उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, जिससे वे गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे.
साक्ष्य जुटाने में लगे रहे लोग
नुरसराय के नोसौर गांव के रहने वाले डॉ. प्रियरंजन सड़क पर ही तड़पते रहे. खून से लथपथ डॉक्टर को किसी ने भी अस्पताल पहुंचाने की जुगत नहीं की. वहीं, उनकी मौत का ये दर्दनाक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो देखने पर साफ होता है कि डॉक्टर के पास उनका कोई परिचित भी था, जो उनसे बार-बार अपराधियों के बारे में पूछ रहा है.
जांच के लिए आईजी पहुंचे नालंदा
इस हत्याकांड का मामला तूल पकड़ चुका है. हत्याकांड की जांच और कार्रवाई के लिए आईजी संजय सिंह नालंदा पहुंचे. संजय सिंह ने कहा कि इस मामले कांड मामले में जांच चल रही है. इसकी समीक्षा के लिए वे स्वयं नालंदा पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि कारणों का पता लगाने का काम किया जा रहा है, जिसके बाद मामले का उद्भेदन कर दिया जाएगा.
यह भी पढ़ें- 'नीतीश कुमार अगर छोड़ते हैं BJP का साथ, तो पीछे पड़ जाएगा CBI और IT विभाग'
आईजी ने कहा कि डॉ. प्रियरंजन प्रियदर्शी कभी भी खुद के ऊपर किसी प्रकार के हमले होने की आशंका नहीं जाहिर की थी और न ही किसी प्रकार का शिकायत पुलिस या पुलिस अधीक्षक को की. अचानक में इस प्रकार की घटना घटी है इसलिए पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और जल्द ही इस पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा. हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है.