नालंदा : बेंगलुरु में आयोजित 20 वीं नेशनल प्रतियोगिता में नालंदा के दो दिव्यांग खिलाड़ियों स्वर्ण पदक जीता है. शहर लौटने पर बिहारशरीफ में खिलाड़ियों को पारा स्पोर्ट्स एसोसिएशन ने सम्मानित किया. श्रम कल्याण केंद्र के मैदान में पारा स्पोर्ट्स एसोसिएशन के सदस्यों ने फूल-मालाओं से स्वागत किया.
खिलाड़ियों में नूरसराय प्रखंड के परासी गांव निवासी रामबलि राम का पुत्र सुंदर कुमार ने बैंगलुरु में आयोजित 20 वीं नेशनल पैरा स्विमिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल किया है. 2017 में बिजली की हाई वोल्टेज तार की चपेट में आने के बाद उसका बायां पैर काटना पड़ा था. एक हाथ भी पूरी तरह से सीधा नहीं होता है. बावजूद उसने हिम्मत नहीं हारी और पिछले 3 वर्षों से कड़ी मेहनत कर उसने यह सफलता हासिल की है.
दिव्यांग जन लहरा रहे हैं परचम
विजेता खिलाड़ियों ने कहा कि हिम्मत और हौसला से किसी भी कामयाबी को पाया जा सकता है. समाज में दिव्यांगों को लोग दूसरी नजर से देखते हैं. मगर सरकार की तरफ से कई तरह की सुविधाएं दी जा रही है. यही कारण है कि दिव्यांग जन भी आज हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रहे हैं.
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नालंदा पारा स्पोर्ट्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष हृदय यादव ने बताया कि यह हमारे जिले के लिए गर्व की बात है कि दो दिव्यांग खिलाड़ियों ने स्वर्ण तो एक महिला खिलाड़ी ने कांस्य पदक हासिल किया है. हम तीनों खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं.