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नालंदा, गया और नवादा पाइप से पहुंचेगा गंगाजल, CM नीतीश ने की योजना की शुरुआत - Ganga Jal Lift Project in Naland

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर के घोड़ा कटोरा में विशाल जलाशय निर्माण करने का निर्देश दिया. इसमें मोकमा से गंगा जल को लाया जाएगा.

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Published : Dec 28, 2019, 9:09 PM IST

Updated : Dec 28, 2019, 11:22 PM IST

नालंदा: पूरे प्रदेश में सीएम नीतीश कुमार जल जीवन हरियाली योजना के अंतर्गत यात्रा पर हैं. इसके तहत शनिवार को सीएम नालंदा पहुंचे. यहां नीतीश कुमार राजगीर स्थित घोड़ा कटोरा का निरीक्षण किया. साथ ही गंगाजल उद्वहन परियोजना का निरीक्षण किया.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नालंदा, नवादा और गया को नए साल के मौके पर तोहफा दिया है. इन तीनों जिला में भूगर्भीय जलस्तर की कमी को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर के घोड़ा कटोरा में विशाल जलाशय निर्माण कराने का निर्देश दिया है. इसमें मोकमा से गंगा का पानी लाया जाएगा. इसके बाद पानी को शुद्ध कर तीनों जिलों में वितरित किया जाएगा. बिहार का यह अपने आप में पहला और अनोखा परियोजना है.

पेश है रिपोर्ट

तीन जिलों को मिलेगा गंगाजल
गया, बोधगया और राजगीर पर्यटन क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है. यहां सालों भर देश-विदेश से पर्यटक पहुंचते हैं. इसके लिए गंगाजल उद्वहन परियोजना के तहत मॉनसून के समय में गंगा के पानी को यहां एकत्रित किया जाएगा. बाकी 8 महीना इन तीनों शहर में एकत्रित पानी को वितरित किया जाएगा. इस योजना के लिए सीएम नीतीश कुमार पूरे क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण कर अधिकारियों को निर्देश दिए.

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निर्देश देते सीएम नीतीश कुमार

ये भी पढ़ें: लालू यादव के ट्वीट पर BJP का पलटवार, 'राबड़ी चाची' को दी जानकारी जुटाने की सलाह

3600 करोड़ की है परियोजना
बता दें कि जल संसाधन विभाग की तरफ से गंगाजल उद्वहन परियोजना पूरा करना है. इस योजना के तहत मोकामा के मरांची से गंगा के पानी को पाइप के माध्यम से लाया जाएगा. करीब 170 किलोमीटर लंबा यह पाइपलाइन रहेगा और पाइप के माध्यम से करीब 339 एकड़ भू-भाग में गंगा के पानी को स्टोर किया जाएगा. इस पूरे परियोजना के लिए करीब 3600 करोड़ रुपये खर्च किए जाने का अनुमान है.

नालंदा: पूरे प्रदेश में सीएम नीतीश कुमार जल जीवन हरियाली योजना के अंतर्गत यात्रा पर हैं. इसके तहत शनिवार को सीएम नालंदा पहुंचे. यहां नीतीश कुमार राजगीर स्थित घोड़ा कटोरा का निरीक्षण किया. साथ ही गंगाजल उद्वहन परियोजना का निरीक्षण किया.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नालंदा, नवादा और गया को नए साल के मौके पर तोहफा दिया है. इन तीनों जिला में भूगर्भीय जलस्तर की कमी को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर के घोड़ा कटोरा में विशाल जलाशय निर्माण कराने का निर्देश दिया है. इसमें मोकमा से गंगा का पानी लाया जाएगा. इसके बाद पानी को शुद्ध कर तीनों जिलों में वितरित किया जाएगा. बिहार का यह अपने आप में पहला और अनोखा परियोजना है.

पेश है रिपोर्ट

तीन जिलों को मिलेगा गंगाजल
गया, बोधगया और राजगीर पर्यटन क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है. यहां सालों भर देश-विदेश से पर्यटक पहुंचते हैं. इसके लिए गंगाजल उद्वहन परियोजना के तहत मॉनसून के समय में गंगा के पानी को यहां एकत्रित किया जाएगा. बाकी 8 महीना इन तीनों शहर में एकत्रित पानी को वितरित किया जाएगा. इस योजना के लिए सीएम नीतीश कुमार पूरे क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण कर अधिकारियों को निर्देश दिए.

नालंदा
निर्देश देते सीएम नीतीश कुमार

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3600 करोड़ की है परियोजना
बता दें कि जल संसाधन विभाग की तरफ से गंगाजल उद्वहन परियोजना पूरा करना है. इस योजना के तहत मोकामा के मरांची से गंगा के पानी को पाइप के माध्यम से लाया जाएगा. करीब 170 किलोमीटर लंबा यह पाइपलाइन रहेगा और पाइप के माध्यम से करीब 339 एकड़ भू-भाग में गंगा के पानी को स्टोर किया जाएगा. इस पूरे परियोजना के लिए करीब 3600 करोड़ रुपये खर्च किए जाने का अनुमान है.

Intro:मुख्यमंत्री ने तीन जिला को दिया नए साल का तोहफा
गंगाजल के पानी को स्टोर कर पीने योग्य बनाया जाएगा
हवाई सर्वेक्षण और स्थल का नीतीश ने किया निरीक्षण
नालंदा । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज नालंदा सहित पड़ोसी जिला नवादा और गया को नए साल का तोहफा देने का काम किया। इन तीन जिला में भूगर्भीय जलस्तर को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर के घोड़ा कटोरा में एक विशाल जलाशय का निर्माण को लेकर निरीक्षण किया। उन्होंने हवाई सर्वेक्षण और स्थल निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने दुर्गम रास्ता से होते हुए घोड़ा कटोरा जलाशय के समीप पहुंचे और पहाड़ के ऊपर चढ़कर पूरे क्षेत्र का मुआयना किया और अवलोकन किया।
जल जीवन हरियाली अभियान अंतर्गत अधिशेष नदी जल क्षेत्र से जल की कमी वाले क्षेत्रों में जल ले जाने की कार्य योजना के तहत पेयजल के लिए गंगाजल उदवह परियोजना शुरू किया गया है। इस योजना को मूर्त रूप देने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वयं पूरे क्षेत्र का भ्रमण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया । इस काम को शीघ्र पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को काम में तेजी लाने का निर्देश दिया।


Body:गया, बोधगया एवं राजगीर शहरों में भूगर्भ जलस्तर में हो रहे गिरावट, बढ़ती जनसंख्या, निर्माणाधीन निर्मित महत्वपूर्ण संस्थानों एवं देश-विदेश के श्रद्धालुओं के सालों भर आगमन को ध्यान में रखते हुए गंगा नदी के जल को मात्र मॉनसून अवधि में 4 माह जुलाई से अक्टूबर के बीच उदवह कर चार माह में गंगा नदी से उदवह के साथ-साथ जल शोधन संयंत्रों में शोधित कर गया बोधगया एवं राजगीर शहरों में पेयजल का वितरण भी किया जाएगा। इन शहरों के लिए शेष आठ माह की पेयजल की आवश्यकता का भंडारण भी किया जाएगा । इस भंडारित जल को जल शोधन संयत्र में शोधित कर शेष 8 माह के बीच गया बोधगया, राजगीर में पेयजल का वितरण किया जाएगा। इस योजना से क्षेत्र में भूगर्भ जल का रिचार्ज भी होगा।


Conclusion:जल संसाधन विभाग के द्वारा इस योजना को पूरा करना है। इस योजना के तहत मोकामा के मराँची से गंगा के पानी को पाइप के माध्यम से लाया जाएगा। करीब 170 किलोमीटर लंबा यह पाइपलाइन रहेगा और पाइप के माध्यम से करीब 339 एकड़ भू-भाग में गंगा के पानी को स्टोर किया जाएगा। इस पूरे परियोजना पर करीब 3600 करोड रुपये खर्च किए जाने का अनुमान है। जलाशय निर्माण को लेकर किसानों के जमीन का भू अर्जन किया जाएगा और पानी संग्रहण का काम होगा।
बाइट। नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री (बात करते हुए)
बाइट। कौशलेंद्र कुमार, सांसद, नालंदा
बाइट। डॉ सुनील कुमार, विधायक
पी टू सी कुमार सौरभ, नालंदा
Last Updated : Dec 28, 2019, 11:22 PM IST
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