नालंदा: बिहार में चुनाव को लेकर सरगमी तेज हो गई है. सभी पार्टियां अपने-अपने स्तर से लोगों को लुभाने में लगी हैं. कोई रोजगार का मुद्दा उठा रहा है तो कोई नीतीश सरकार के 15 सालों के शासन को कटघरे में खड़ा कर रहा है. इसी क्रम में राष्ट्रीय जन-जन पार्टी भी लोगों के बीच जाकर अपना एजेंडा बता रहे हैं. पार्टी प्रमुख आशुतोष कुमार दावा करते हैं कि इस चुनाव में बिहार में बदलाव होगा.
बिहार में आएं बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक
राष्ट्रीय जन जन पार्टी के सुप्रीमो आशुतोष कुमार ने मंगलवार को नालंदा जिले के मघड़ा गांव का दौरा किया. जहां उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना काल में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर बिहार लौटे हैं. सरकार को सभी को रोजगार देना होगा ताकि वे फिर से पलायन को मजबूर न हो. उन्होंने कहा कि श्रमिकों को काम दिलाने के लिए औद्योगिक क्रांति को लाने की जरूरत है.
कामगारों के लिए रोड मैप की जरूरत
उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान पूरे बिहार में 40 से 50 लाख कामगार बाहर से बिहार लौटे हैं. सभी कामगार हुनरमंद हैं और अपने-अपने क्षेत्र में वह दूसरे राज्यों में बेहतर काम सीख कर घर वापस लौटे हैं. वैसे कामगारों को नौकरी देने के लिए बिहार में एक रोड मैप की जरूरत है. बिहार में औद्योगिक क्रांति लानी होगी, तब ही जाकर बेरोजगारी दूर होगी. उन्होंने कहा कि 2 लाख से लेकर दो करोड़ तक के छोटे-छोटे उद्योग धंधे लगाया जा सकता है. खासकर खाद्य सामग्री के क्षेत्र में बिहार में बेहतर काम हो सकते हैं. अब तक पूरे बिहार में खाद्य सामग्री का सामान पर दूसरे राज्यों के लोगों का कब्जा है.
गलत नीतियों के कारण बढ़ी बेरोजगारी
बिहार सरकार को आड़े हाथों लेते हुए आशुतोष ने कहा कि पूरे बिहार में गलत नीतियों के कारण काम नहीं हो पा रहा है. सरकार ने सात निश्चय योजना का काम शुरू किया, लेकिन बड़े पैमाने पर धांधली जारी है. वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान भी सरकार ने लोगों के साथ छल करने का काम किया है. ना तो गांव में मास्क बांटा गया और ना ही कहीं सैनिटाइजर दिया गया.
बिहार बदलो का नारा
इस दौरान उन्होंने 'बिहार बदलो' का नारा भी दिया. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है ताकि सभी वर्ग का विकास हो. हमें उम्मीद है कि इस चुनाव में हम नए विकल्प बनकर उभरेंगे. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सरकार में आती है तो बिहार में लोगों को बेहतर शिक्षा देने का काम करेगी. सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने का काम किया जाएगा.