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नालंदा: मंगोलिया के राष्ट्रपति खल्तमागीन बत्तुल्ग ने किया नालंदा विश्वविद्यालय का भ्रमण - राष्ट्रपति खल्तमागीन बत्तुल्ग

राष्ट्रपति खल्तमागीन बत्तुल्ग ने प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय का भ्रमण किया और बारीकी से पूरे नालंदा विश्वविद्यालय को देखा. वहीं इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे.

ग्रामीण विकास मंत्री के साथ राष्ट्रपति खल्तमागीन बत्तुल्ग
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Published : Sep 22, 2019, 4:35 PM IST

नालंदा : मंगोलिया के राष्ट्रपति दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को गया पहुंचे. गया एयरर्पोट पर उनका स्वागत ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने किया. जिसके बाद राष्ट्रपति सड़क मार्ग से बोधगया पहुंचे. यहां उन्होंने महाबोधि मंदिर में पूजा-अर्चना की. वहीं रविवार को राष्ट्रपति खल्तमागीन बत्तुल्ग नालंदा पहुंचे. यहां उन्होंने नालंदा विश्वविद्यालय का भ्रमण किया.

सुरक्षा के थे पुख्ता इंतजाम
राष्ट्रपति खल्तमागीन बत्तुल्ग ने प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय का भ्रमण किया और बारीकी से पूरे नालंदा विश्वविद्यालय को देखा. इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे. वर्ल्ड हेरिटेज साइट प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय को देखकर मंगोलिया के राष्ट्रपति काफी खुश और प्रभावित हुए. उन्होंने यहां करीब 1 घंटे तक भ्रमण कर एक-एक चीज को बारीकी से जाना और समझा. इस अवसर पर मंगोलिया में भारत के राजदूत एन के सिंह, बिहार सरकार में ग्रामीण विकास और संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार सहित नालंदा के डीएम योगेन्द्र सिंह, एसपी नीलेश कुमार और अन्य लोग मौजूद थे.

भारतीय राजदूत एन के सिंह का बयान

10 साल बाद मंगोलियन राष्ट्रपति आए हैं भारत
मंगोलिया में भारत के राजदूत एन के सिंह ने बताया कि 10 साल बाद किसी मंगोलियन राष्ट्रपति का भारत में आगमन हुआ है. उन्होंने बताया कि भारत और मंगोलिया का संबंध काफी पुराना है. 2,500 से अधिक वर्षों से भारत और मंगोलिया के बीच आपसी संबंध कायम है. इसके साथ ही एन के सिंह ने बताया कि मंगोलिया के राष्ट्रपति बौद्ध धर्म को मानने वाले हैं और यही वजह है कि वे भारत भ्रमण के दौरान भगवान बुद्ध के स्थलों को देखने पहुंचे हैं. इसके पहले उन्होंने शनिवार को बोधगया में महाबोधि मंदिर और मंगोलिया मंदिर का भ्रमण किया.

नालंदा : मंगोलिया के राष्ट्रपति दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को गया पहुंचे. गया एयरर्पोट पर उनका स्वागत ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने किया. जिसके बाद राष्ट्रपति सड़क मार्ग से बोधगया पहुंचे. यहां उन्होंने महाबोधि मंदिर में पूजा-अर्चना की. वहीं रविवार को राष्ट्रपति खल्तमागीन बत्तुल्ग नालंदा पहुंचे. यहां उन्होंने नालंदा विश्वविद्यालय का भ्रमण किया.

सुरक्षा के थे पुख्ता इंतजाम
राष्ट्रपति खल्तमागीन बत्तुल्ग ने प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय का भ्रमण किया और बारीकी से पूरे नालंदा विश्वविद्यालय को देखा. इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे. वर्ल्ड हेरिटेज साइट प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय को देखकर मंगोलिया के राष्ट्रपति काफी खुश और प्रभावित हुए. उन्होंने यहां करीब 1 घंटे तक भ्रमण कर एक-एक चीज को बारीकी से जाना और समझा. इस अवसर पर मंगोलिया में भारत के राजदूत एन के सिंह, बिहार सरकार में ग्रामीण विकास और संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार सहित नालंदा के डीएम योगेन्द्र सिंह, एसपी नीलेश कुमार और अन्य लोग मौजूद थे.

भारतीय राजदूत एन के सिंह का बयान

10 साल बाद मंगोलियन राष्ट्रपति आए हैं भारत
मंगोलिया में भारत के राजदूत एन के सिंह ने बताया कि 10 साल बाद किसी मंगोलियन राष्ट्रपति का भारत में आगमन हुआ है. उन्होंने बताया कि भारत और मंगोलिया का संबंध काफी पुराना है. 2,500 से अधिक वर्षों से भारत और मंगोलिया के बीच आपसी संबंध कायम है. इसके साथ ही एन के सिंह ने बताया कि मंगोलिया के राष्ट्रपति बौद्ध धर्म को मानने वाले हैं और यही वजह है कि वे भारत भ्रमण के दौरान भगवान बुद्ध के स्थलों को देखने पहुंचे हैं. इसके पहले उन्होंने शनिवार को बोधगया में महाबोधि मंदिर और मंगोलिया मंदिर का भ्रमण किया.

Intro:मंगोलिया के राष्ट्रपति पहुँचे नालंदा। नालंदा खंडहर का किया परिभ्रमण। सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम मंगोलिया के राष्ट्रपति खाल्‍तमागिन बटुल्‍गा अपने भारत भ्रमण के दौरान नालंदा पहुंचे । उन्होंने प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय का भ्रमण किया और बारीकी से पूरे नालंदा विश्वविद्यालय का अवलोकन किया।Body: वर्ल्ड हेरिटेज साइट प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय को देखकर मंगोलिया के राष्ट्रपति काफी खुश और प्रभावित हुए । उन्होंने यहां करीब 1 घंटे तक भ्रमण कर एक एक चीज को बारीकी से जाना और समझा । इस अवसर पर मंगोलिया में भारत के राजदूत एन के सिंह,बिहार सरकार में ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार सहित नालन्दा के एसपी नीलेश कुमार,डीएम योगेन्द्र सिंह अन्य लोग मौजूद थे।

बाइट--एन के सिंह मंगोलिया में भारत के राजदूतConclusion:मालूम हो कि भारत और मंगोलिया का संबंध काफी पुराना है । 2500 से अधिक वर्षों से भारत और मंगोलिया के बीच आपसी संबंध कायम है। मंगोलिया के राष्ट्रपति बौद्ध धर्म को मानने वाले हैं और यही वजह है कि वे भारत भ्रमण के दौरान भगवान बुद्ध के स्थलों का देखने देखने पहुँचे। इसके पूर्व बोधगया में महाबोधि मंदिर मंगोलिया मंदिर का भ्रमण किया।

राकेश कुमार संवाददाता
बिहारशरीफ
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