नालंदा: एक तरफ रामनवमी के बाद बिहार के विभिन्न जिलों से हिंसा की खबरें सामने आई. वहीं बिहार के नालंदा से एक ऐसी तस्वीर सामन आई जिसने आपसी सौहार्द की मिसाल पेश की है. बिहार के नालंदा मुख्यालय बिहार शरीफ में रामनवमी के दूसरे दिन विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के द्वारा भगवान राम की भव्य शोभायात्रा निकाली गई. इस शोभा यात्रा में रथ पर सवार राम, लक्ष्मण और सीता के सारथी मुस्लिम परिवार से आने वाला मो. फेकू बना था. रथ के सारथी फेकू ने कहा कि हम सभी धर्म का सम्मान करते हैं, इसलिए भगवान राम के सारथी बने हैं.
भगवान राम के सारथी बने मोहम्मद फेकू: मोहम्मद फेकू ने कहा कि हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल कायम हो सके इसलिए मैंने भगवान राम का सारथी बनने का फैसला लिया. वैसे तो बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के लोग कट्टर हिंदू माने जाते हैं. मगर इस शोभा यात्रा में एक मुस्लिम परिवार से आने वाले व्यक्ति को भगवान राम के शोभा यात्रा में शामिल होने का मौका दिया है,यह भी एक मिसाल माना जा रहा है. फेकू ने कहा कि मैं कई सालों से इस काम से जुड़ा हूं. मेरा रथ हर जगह जाता है. घोड़ा-हाथी सब हम ही देते थे.
"हिंसा के दिन भी मैं रथ के साथ था. हमारा रथ मंदिर के आगे पुल से नीचे जा रहा था. हम आगे थे कैसे भगदड़ मची कुछ पता ही नहीं चला. हमारे रथ पर राम सीता और हनुमान सवार थे. मैं अपील करता हूं कि सभी मिल जुलकर रहें. मैं आगे भी ऐसे आयोजनों में भाग लेता रहूंगा."- मोहम्मद फेकू, सारथी
बोले फेकू- 'यही तो मेरी रोजी रोटी है': मोहम्मद फकू रथ चलाते हैं और घोड़ा हाथी आयोजन में देते हैं. साथ ही खुद सारथी बनते हैं. फेकू ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि यही तो मेरी रोजी रोटी है. मैं पूरे जिले में घोड़ा हाथी देता हूं और रथ भी देता हूं. नालंदा में जैसा इस बार हुआ ऐसी घटना मैंने पहले कभी नहीं देखी थी.
निकाली गई थी भव्य शोभा यात्रा: यह शोभा यात्रा बिहार शरीफ के श्रम कल्याण केंद्र के मैदान से निकाली गई. जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए और जय श्री राम का नारे लगाते हुए बाबा मनीराम अखाड़ा की ओर रवाना हुए. शोभा यात्रा में राम लक्ष्मण सीता और हनुमान की झांकी आकर्षण का केंद्र रहा. खासकर इस शोभा यात्रा में महिला को भी शामिल किया गया है. शोभा यात्रा के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई ताकि कोई भी अप्रिय घटना ना हो.