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नालंदा में तेजी से चल रहा है भू-सर्वेक्षण का कार्य, 16,500 किसानों ने सर्वे के लिए दिया आवेदन

नालंदा में भू-सर्वेक्षण का कार्य तेजी से चल रहा है. बिंद प्रखंड में अब तक 16,500 किसानों ने सर्वे का आवेदन दिया है.

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Published : Apr 20, 2021, 5:42 PM IST

नालंदा(अस्थावां): जिले के बिंद प्रखंड में सर्वे के लिए कुल 28 हजार से अधिक किसानों ने आवेदन दिया है. 35 मौजा में भू-सर्वेक्षण का कार्य तेजी से चल रहा है. सर्वेक्षण कानूनगो टीम के साथ त्रिसिमाना निर्धारण करने में लगे हैं. विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोवस्त पदाधिकारी असित रंजन ने कहा कि बिंद के सभी 35 मौजा में जमीन सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है. बिंद में अब तक 16,500 किसानों ने सर्वे का आवेदन दिया है.

बिंद शिविर-2 में 12 हजार लोगों ने आवेदन दिया है. शिविर एक के 17 मौजा में 21 त्रिसिमाना का निर्धारण किया है. शिविर 2 में 18 मौजा में 12 त्रिसिमाना निर्धारण किया गया है. त्रिसिमाना निर्धारण के बाद ग्राम सीमा का निर्धारण किया जाएगा. इसके लिए 18 कर्मियों की दो टीमें बनायी गयी हैं. जमीन का डिजिटल खतियान बनने से जमीन का फर्जीवाड़ा रुकेगा. भूमि विवाद मे कमी आएगी. जमीन की हर खरीद-बिक्री के बाद खतियान निरंतर अपडेट होता रहेगा. इससे अवैध खरीद बिक्री पर रोक लग जाएगी. डिजिटल खतियान को वेबसाइट पर कहीं से भी देखा जा सकेगा.

ये भी पढ़ें: बेल मिलने के बाद भी RJD सुप्रीमो लालू यादव की रिहाई में हो रही देरी, ये है वजह

खतियान के कई पन्ने गायब
विवादित जमीनों की अलग से सूची बनायी जाएगी. जमीन सर्वेक्षण के साथ अधिकार पत्र भी तैयार होगा. सर्वेक्षण के दौरान किसानों को अपने जमीन का स्व-घोषणा पत्र के साथ जमीन का प्रमाण भी दिखाना होगा. बिंद मौजा के खतियान के कई पन्ने गायब हैं. खतियान से कई पेज गायब रहने से परेशानी हो रही है.

आपत्ति सुनवाई के बाद होगा अभिलेख का प्रकाशन
खतियान के गायब पन्ने के जमीन को मिलान करने के लिए पटना राज्य कार्यालय को लिखा गया है. सर्वे अभिलेख चार कॉपी में बनाया जाएगा. दो चरणों में दावा आपत्ति की सुनवाई के बाद अभिलेख का प्रकाशन होगा. उसके बाद किसानों को खेत का नया प्लाट नंबर और खाता संख्या जारी किया जाएगा.

नालंदा(अस्थावां): जिले के बिंद प्रखंड में सर्वे के लिए कुल 28 हजार से अधिक किसानों ने आवेदन दिया है. 35 मौजा में भू-सर्वेक्षण का कार्य तेजी से चल रहा है. सर्वेक्षण कानूनगो टीम के साथ त्रिसिमाना निर्धारण करने में लगे हैं. विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोवस्त पदाधिकारी असित रंजन ने कहा कि बिंद के सभी 35 मौजा में जमीन सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है. बिंद में अब तक 16,500 किसानों ने सर्वे का आवेदन दिया है.

बिंद शिविर-2 में 12 हजार लोगों ने आवेदन दिया है. शिविर एक के 17 मौजा में 21 त्रिसिमाना का निर्धारण किया है. शिविर 2 में 18 मौजा में 12 त्रिसिमाना निर्धारण किया गया है. त्रिसिमाना निर्धारण के बाद ग्राम सीमा का निर्धारण किया जाएगा. इसके लिए 18 कर्मियों की दो टीमें बनायी गयी हैं. जमीन का डिजिटल खतियान बनने से जमीन का फर्जीवाड़ा रुकेगा. भूमि विवाद मे कमी आएगी. जमीन की हर खरीद-बिक्री के बाद खतियान निरंतर अपडेट होता रहेगा. इससे अवैध खरीद बिक्री पर रोक लग जाएगी. डिजिटल खतियान को वेबसाइट पर कहीं से भी देखा जा सकेगा.

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खतियान के कई पन्ने गायब
विवादित जमीनों की अलग से सूची बनायी जाएगी. जमीन सर्वेक्षण के साथ अधिकार पत्र भी तैयार होगा. सर्वेक्षण के दौरान किसानों को अपने जमीन का स्व-घोषणा पत्र के साथ जमीन का प्रमाण भी दिखाना होगा. बिंद मौजा के खतियान के कई पन्ने गायब हैं. खतियान से कई पेज गायब रहने से परेशानी हो रही है.

आपत्ति सुनवाई के बाद होगा अभिलेख का प्रकाशन
खतियान के गायब पन्ने के जमीन को मिलान करने के लिए पटना राज्य कार्यालय को लिखा गया है. सर्वे अभिलेख चार कॉपी में बनाया जाएगा. दो चरणों में दावा आपत्ति की सुनवाई के बाद अभिलेख का प्रकाशन होगा. उसके बाद किसानों को खेत का नया प्लाट नंबर और खाता संख्या जारी किया जाएगा.

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