नालंदा: विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर आईएमए भवन बिहारशरीफ में आईएमए बिहारशरीफ द्वारा डॉक्टरों का स्वास्थ्य जांच किया गया. स्वास्थ्य जांच शिविर में 80 चिकित्सकों का ब्लड प्रेसर, ब्लड शुगर और बीएमआई की जांच हुई. 15 डॉक्टरों में रक्तचाप, 10 डॉक्टरों में ब्लड शुगर की शिकायत पायी गयी. 30 चिकित्सकों का बीएमआई बढ़ा हुआ पाया गया.
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परियोजना निदेशक डॉ. इंद्रजीत कुमार और डॉ. विजय कुमार ने डॉक्टरों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि डॉक्टर यथा संभव अपने नियमित भोजन में नमक, चीनी व तेल की कम मात्रा का उपयोग करें. नियमित शारीरिक व्यायाम करें, जिसमे योग, कसरत और सुबह टहलना शामिल है.
डॉक्टर कराते रहें नियमित स्वास्थ्य जांच
आईएमए अध्यक्ष डॉ. जवाहर लाल ने सभी सदस्यों को नियमित स्वास्थ्य जांच कराते रहने की सलाह दी. सचिव डॉ. अजय कुमार (नेत्र रोग विशेषज्ञ) ने कहा "इस वर्ष का विश्व स्वास्थ्य दिवस का विषय सभी के लिए स्वस्थ दुनिया का निर्माण करना है.
इसी संदर्भ में चिकित्सकों के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया गया. भविष्य में सामान्य लोगों के लिए भी इस प्रकार के शिविर का आयोजन किया जाएगा."
45 साल से अधिक उम्र के लोग लें टीका
"कोरोना महामारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में हम लोगों के पास कोवैक्सिन और कोविशिल्ड टीका रूपी हथियार उपलब्ध है. सरकार के निर्देशानुसार टीका 45 साल से अधिक उम्र के प्रत्येक नागरिक को लेना चाहिए, जिससे जल्द से जल्द देश में हर्ड इम्युनिटी का निर्माण हो सके. कोरोना पर मनुष्य की जीत हो पाए. जब तक ये संभव न हो पाए तब तक मास्क, नियमित हाथों की सफाई और दो गज की दूरी बनाए रखें."- डॉ अजय कुमार, सचिव, आईएमए
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