नालंदाः जिले के बिहारशरीफ में पर्यावरण की थीम पर बना पंडाल और प्रतिमा लोगों को खासा आकर्षित कर रहा है. सोहडीह मोहल्ले में स्थित इस पूजा पंडाल को देखने के लिए दूर-दराज से लोग पहुंच रहे हैं. इसे देखने के लिए आ रहे लोग इसके आयोजक हनुमान मंदिर समिति की सराहना कर रहे हैं.
पेड़-पौधों में भी भगवान का अंश
आयोजकों ने बताया कि दुर्गा पूजा के मौके पर पंडाल और मूर्ति से लोगों को पर्यावरण की रक्षा का संदेश देने की कोशिश है. मां दुर्गा के प्रति लोगों की अगाध आस्था को देखते हुए यहां मां दुर्गा की प्रतिमा को विशाल बरगद के पेड़ के अंदर से निकलते हुए दिखाया गया है, ताकि लोग पेड़-पौधों में भी भगवान का अंश स्वीकारें और इसकी रक्षा करें.
पेड़ है ऑक्सीजन का भी मुख्य स्त्रोत
पेड़ पर पक्षियों का घोंसला भी बनाया गया है. जिससे लोगों में यह संदेश जाए कि ईश्वर की बेहतरीन कृति पक्षी के जीवन की रक्षा के लिए पेड़-पौधे जरूरी हैं. साथ ही हमारे जीवित रहने के लिए जरूरी ऑक्सीजन का भी मुख्य स्त्रोत पेड़ ही है. स्थानीय लोगों ने बताया कि हर साल इस पूजा समिति का थीम बहुत अलग होता है और समाज को संदेश देने वाला होता है.
पर्यावरण के संतुलन के लिए पेड़ जरूरी
आयोजकों ने बताया कि आए दिन हम बाढ़ और सुखाड़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं का दंश झेल रहे हैं. इसकी मुख्य वजह पर्यावरण का असंतुलन है. इसके संतुलन के लिए जरूरी है कि हम पेड़-पौधों को बचाएं और नए पेड़ भी लगाएं. उन्होंने कहा कि एक पेड़ सौ पुत्र के समान होता है. एक पेड़ हमारे जीवन में कई भूमिका निभाता है. लोगों को पर्यावरण को लेकर जागरूक होना चाहिए.