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नालंदा में बच्चों को कोवैक्सीन के बदले कोविशील्ड, नप गए सदर अस्पताल के उपाधीक्षक

नालंदा सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ सुजीत कुमार अकेला को सस्पेंड कर दिया गया है. मंगलवार को जिले के स्वास्थ्य विभाग से बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया था.

उपाधीक्षक डॉ सुजीत कुमार अकेला सस्पेंड
कोविड डोज
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Published : Jan 5, 2022, 2:49 PM IST

Updated : Jan 5, 2022, 3:05 PM IST

नालंदाः बिहार के नालंदा से मंगलवार को कोविड डोज में लापरवाही का बड़ा मामला (Negligence In Vaccination Of Children In Nalanda) सामने आया था. अस्पताल प्रशासन ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए नालंदा सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ सुजीत कुमार अकेला (Deputy Superintendent Dr Sujit Kumar Suspend) को पद से हटा दिया है.

ये भी पढ़ेंः वैक्सीनेशन के पहले ही दिन लापरवाही की इंतहा, यहां दो भाइयों को लगा दिया गलत टीका

जानकारी के मुताबिक, सिविल सर्जन डॉक्टर सुनील कुमार ने इस मामले पर कार्रवाई करते हुआ यह फैसला लिया है. जिसमें डॉ सुजीत कुमार अकेला को सस्पेंड किया गया. इस लापरवाही की शिकायत मिलने के बाद आनन-फानन में टीका देने वाले दो कर्मी को पहले ही वहां से हटा दिए गया था.

बता दें कि नालंदा में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही के कारण दो किशोर भाइयों को को-वैक्सीन की जगह कोविशील्ड का टीका लगा दिया गया. दोनों किशोर का नाम पियूष रंजन और आर्यन किरण है, दोनों बिहारशरीफ के प्रोफेसर कॉलोनी के रहने वाले हैं.

दरअसल सोमवार 3 जनवरी से देशभर में 15 से 18 आयुवर्ग का टीकाकरण शुरू हुआ था. इस आयुवर्ग के लिए कोवैक्सीन के टीके को मंजूरी मिली है. लेकिन नालंदा में दो भाइयों को को-वैक्सीन की जगह कोविशील्ड का टीका लगा दिया गया, जिसका अब तक बच्चों पर ट्रायल भी नहीं हुआ है.

ये भी पढ़ें- ..कहीं सुपर स्प्रेडर ना बन जाए NMCH, तीन दिनों में 168 डॉक्टर और छात्र मिले कोरोना पॉजिटिव

बच्चों को गलत टीका लगने के बाद पिता प्रियरंजन कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा घोर लापरवाही बरती गई है. इस मामले में जब वो सीएस कार्यालय गए, तो उन्हें डेढ़ घंटे के ऑब्जर्वेशन में रखा गया और यह कहकर भेज दिया गया कि अगर कोई परेशानी होगी, तो उनके घर मेडिकल टीम भेज दी जाएगी. अब बच्चों के अभिभावकों को उनके स्वास्थ्य की चिंता सता रही है.

वहीं, इस पूरे मामले में सिविल सर्जन डॉक्टर सुनील कुमार ने बताया था कि जो पूर्व में जो कर्मी टीका दे रही थी, वो कोरोना पॉजिटिव हो गई थी. उसी की जगह पर नए जीएनएम के द्वारा यह गलती हुई है. परिजनों को स्वास्थ्य विभाग का नंबर उपलब्ध करा दिया गया है. किसी भी तरह की परेशानी होने पर 24 घंटे मेडिकल सेवा उनके लिए उपलब्ध कराई गई है. साथ ही मामले में जिसकी भी लापरवाही सामने आएगी उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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नालंदाः बिहार के नालंदा से मंगलवार को कोविड डोज में लापरवाही का बड़ा मामला (Negligence In Vaccination Of Children In Nalanda) सामने आया था. अस्पताल प्रशासन ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए नालंदा सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ सुजीत कुमार अकेला (Deputy Superintendent Dr Sujit Kumar Suspend) को पद से हटा दिया है.

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जानकारी के मुताबिक, सिविल सर्जन डॉक्टर सुनील कुमार ने इस मामले पर कार्रवाई करते हुआ यह फैसला लिया है. जिसमें डॉ सुजीत कुमार अकेला को सस्पेंड किया गया. इस लापरवाही की शिकायत मिलने के बाद आनन-फानन में टीका देने वाले दो कर्मी को पहले ही वहां से हटा दिए गया था.

बता दें कि नालंदा में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही के कारण दो किशोर भाइयों को को-वैक्सीन की जगह कोविशील्ड का टीका लगा दिया गया. दोनों किशोर का नाम पियूष रंजन और आर्यन किरण है, दोनों बिहारशरीफ के प्रोफेसर कॉलोनी के रहने वाले हैं.

दरअसल सोमवार 3 जनवरी से देशभर में 15 से 18 आयुवर्ग का टीकाकरण शुरू हुआ था. इस आयुवर्ग के लिए कोवैक्सीन के टीके को मंजूरी मिली है. लेकिन नालंदा में दो भाइयों को को-वैक्सीन की जगह कोविशील्ड का टीका लगा दिया गया, जिसका अब तक बच्चों पर ट्रायल भी नहीं हुआ है.

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बच्चों को गलत टीका लगने के बाद पिता प्रियरंजन कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा घोर लापरवाही बरती गई है. इस मामले में जब वो सीएस कार्यालय गए, तो उन्हें डेढ़ घंटे के ऑब्जर्वेशन में रखा गया और यह कहकर भेज दिया गया कि अगर कोई परेशानी होगी, तो उनके घर मेडिकल टीम भेज दी जाएगी. अब बच्चों के अभिभावकों को उनके स्वास्थ्य की चिंता सता रही है.

वहीं, इस पूरे मामले में सिविल सर्जन डॉक्टर सुनील कुमार ने बताया था कि जो पूर्व में जो कर्मी टीका दे रही थी, वो कोरोना पॉजिटिव हो गई थी. उसी की जगह पर नए जीएनएम के द्वारा यह गलती हुई है. परिजनों को स्वास्थ्य विभाग का नंबर उपलब्ध करा दिया गया है. किसी भी तरह की परेशानी होने पर 24 घंटे मेडिकल सेवा उनके लिए उपलब्ध कराई गई है. साथ ही मामले में जिसकी भी लापरवाही सामने आएगी उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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Last Updated : Jan 5, 2022, 3:05 PM IST

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