नालंदा: जमशेदपुर के पुलिस लाइन कार्यालय में कार्यरत दारोगा रतन पांडेय ने आत्महत्या कर ली थी. जिसके बाद बुधवार को जिले के परबलपुर थाना क्षेत्र स्थित दारोगा के पैतृक गांव हरिपुर में उनका पार्थिव शरीर लाया गया है. दारोगा का पार्थिव शरीर पहुंचने पर गांव में माहौल और गमगीन हो गया.
बताया जाता है कि दारोगा रतन पांडेय ने अपने अपने सर्विस रिवाल्वर से ही खुद को गोली मार ली थी. दारोगा काफी उम्दा खिलाड़ी थे. रेलवे की ओर से क्रिकेट खेलने की वजह से उनका चयन खेल कोटा से पुलिस में हुई. हालांकि परिजनों ने दारोगा के आत्महत्या पर संदेह जताया है. दारोगा के परिजनों का कहना है कि वो ऐसा नहीं कर सकते. क्योंकि वो काफी शांत स्वभाव के थे और जिस तरह से उनके हाथ में पिस्टल था, उस पर ही संदेह हो रहा है.
गांव में पसरा सन्नाटा
दारोगा का पार्थिव शरीर गांव में पहुंचते ही पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया. वहीं, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. ग्रामीण और परिजन अंतिम संस्कार के लिए निजी वाहन से फतुहा ले गए. हालांकि इस मामले में पुलिस जांच कर रही है.