नालंदाः सर्वधर्म समभाव की स्थली राजगीर में इन दिनों पर्यटकों का जमावड़ा लगा हुआ है. राजगीर एक ऐतिहासिक स्थल के साथ-साथ धार्मिक स्थल के रूप में भी जाना जाता है. जहां ठंड के मौसम में बड़ी संख्या में देश ही नहीं विदेशों से भी पर्यटक आते हैं और राजगीर की वादियों में सैर कर आनंद उठाते हैं.
24 घंटे निकलता है कुंड से गर्म पानी
दरअसल राजगीर में स्थित गर्म पानी का कुंड विश्व विख्यात है, यहां गर्म कुंड और झरने में स्नान करने के लिए पर्यटकों का ठंड के मौसम में आगमन होता है. राजगीर में 22 कुंड और 52 धाराएं है, जहां 24 घंटे लगातार गर्म पानी निकलता रहता है. जहां स्नान करना काफी आनंदायक होता है, यही वजह है कि नए साल का जश्न मनाने के लिए सैलानी बड़ी संख्या में राजगीर पहुंचते हैं.
राजा बसु ने की थी ब्रह्मा से विनती
राजगीर के गर्म पानी का अपना एक इतिहास है. कहा जाता है कि सतयुग में राजा बसु ने राजगीर में यज्ञ का आयोजन किया था. इस यज्ञ में सभी देवी देवताओं का आह्वावन किया गया था और सभी देवी देवता यज्ञ में शामिल होने राजगीर पहुंचे. यहां पहुंचे ऋषियों ने अलग-अलग नदियों के पानी से स्नान करने की इच्छा जाहिर की थी. इसके बाद राजा बसु ने भगवान ब्रह्मा से विनती की, जिसके बाद भगवान ब्रह्मा के आशीर्वाद से यहां कई कुंड का निर्माण हुआ और गर्म पानी भी निकलना शुरू हो गया.
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तन और मन का विकार होता है दूर
राजगीर में ठंड के मौसम को पर्यटकों के सीजन के रूप में जाना जाता है. वैसे तो सालों भर यहां लोगों का आगमन होता है लेकिन ठंड में पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ती है. यहां स्नान करने से तन और मन का विकार दूर हो जाता है. कहा जाता है कि यहां स्नान करने से चार्म रोग भी दूर होता है. यहां आकर पर्यटक काफी खुश होते हैं और जीवन में लोगो को एक बार राजगीर जरूर आने की बात करते हैं.