नालंदाः वैश्विक महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस को लेकर नालंदा जिले में अब तक दो पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई संदिग्ध लोगों की जांच कराई गई है. जिसमें 2 लोगों को कोरोना संक्रमित पाया गया. जिसके बाद नालंदा जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है और कोरोना संदिग्धों की पहचान में जुटी है. कोरोना संक्रमित संदिग्ध मरीजों की पहचान के लिए स्वास्थ विभाग अब दायरा बढ़ाने जा रही है. इसको लेकर दवा दुकानदारों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की गई.
सिविल सर्जन ने की बैठक
सिविल सर्जन डॉ. राम सिंह ने बताया कि बिहारशरीफ के दवा दुकानदारों के साथ एक बैठक की गई. जिसमें दवा दुकानदारों से कहा गया कि उनकी दुकान में सर्दी, खांसी, बुखार से संबंधित बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को स्वास्थ्य विभाग के हेल्पलाइन नंबर या मोबाइल नंबर दे दें. ताकि उनकी कोरोना जांच की जा सके. कोरोना पीड़ित में सर्दी, खांसी या बुखार के लक्षण होते हैं. वैसे मैं अगर उनकी जांच कोरोना के लाइन पर की जाए तो संभवत: मरीजों की पहचान भी हो सकेगी और उनका सही इलाज भी हो सकेगा.
घर-घर जाकर होगी जांच
सिविल सर्जन ने बताया कि वैसे लोग अगर चिह्नित होते हैं तो उनके घर-घर तक मेडिकल टीम पहुंचेगी और जांच के बाद उनका समुचित इलाज भी किया जाएगा. वहीं, बैठक के दौरान दवा दुकानदारों ने आश्वस्त किया कि कोरोना की इस जंग में वे लोग प्रशासन के साथ हैं और हर संभव मदद करने के लिए तैयार हैं.