नालंदाः बिहारशरीफ सदर अस्पताल में जन्म के बाद नवजात को बदलने का मामला सामने आया है. परिजनों का आरोप है कि जन्म के वक्त बताया गया था कि लड़का हुआ है. लेकिन थोड़ी देर बाद बच्चा लाकर दिया गया तो वह लड़की थी.
दरअसल, नूरसराय थाना इलाके के जोलहपुर निवासी मुन्ना रविदास की पत्नी शीला देवी को प्रवस पीड़ा के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां ऑपरेशन के बाद बच्चा हुआ. प्रसूता का कहना है कि प्रसव के बाद उसे बताया कि लड़का हुआ है. लेकिन बेड पर आकर देखा तो वह लड़की थी.
परिजनों ने की डीएनए जांच की मांग
सिविल सर्जन डॉ. राम सिंह ने बताया कि अस्पताल में बच्चा बदलना असंभव है. फिर भी लिखित आवेदन मिलने के बाद जांच की जाएगी. वहीं, संबंधित थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया मामले में लिखित आवेदन देकर डीएनए जांच की मांग की गई है. वरीय अधिकारियों के मार्गदर्शन में आगे की कार्रवाई की जाएगी.