नालंदा: बिहार के नालंदा (Nalanda) में लोदीपुर हत्याकांड (Murder Case) मामले में पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है. 6 लोगों की जमीन विवाद के चलते गोली मारकर हत्या किए जाने के बाद नालंदा के पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाथ एस के नेतृत्व में पूरे गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
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वहीं, ग्रामीणों के द्वारा घटना के कई घंटों बाद भी शव को उठने नहीं दिया गया है. घटनास्थल पर जिन लोगों की मौत हुई थी, उन सभी के शव वहीं पर हैं. पुलिस लोगों को समझाने की कोशिश में जुटी हुई है.
आक्रोशित लोगों के द्वारा आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की जा रही है. छबीलापुर थानाध्यक्ष को निलंबित करने की मांग ग्रामीणों के द्वारा की गई. ग्रामीणों का आरोप है कि थानाध्यक्ष का रवैया पूरे घटना के दौरान काफी खराब रहा है. घटना के बाद पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए गांव में छापेमारी भी कर रही है. फिलहाल पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है और उनसे पूछताछ कर रही है.
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बताया जाता है कि जिस प्रकार जमीन को जोतने के लिए असामाजिक तत्वों को बुलाया गया और हथियार से लैस होकर जमीन जोतने का काम शुरू किया गया, उससे घटना पूर्व नियोजित लग रही है. बड़ी संख्या में हथियार की गांव में मौजूदगी की भनक तक पुलिस को नहीं लगी. ताबड़तोड़ गोलियों की गड़गडाहट पूरे गांव में गूंजती रही और पुलिस उसे रोक पाने में पूरी तरह विफल साबित हुई.
बता दें कि नालंदा जिले के लोदीपुर गांव में 20 सालों से चला आ रहा जमीन विवाद बुधवार को खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया. 50 बीघा जमीन की खातिर गोलीबारी में एक ही गुट के 6 लोगों की मौत हो गई. मरने वाले सभी लोग एक ही गुट के बताए जा रहे हैं.
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ग्रामीणों ने बताया कि जमीन का विवाद लंबे समय से चला आ रहा था. जिसके बाद यह मामला न्यायालय में चल रहा था. बाॅण्ड भरा गया था कि जब तक न्यायालय के मामले का निपटारा नहीं हो जाता तब तक कोई भी पक्ष खेत नहीं जोतेगा. इसी बीच आज पुलिस के सहयोग से दूसरे गुट के द्वारा जमीन पर जोत का काम शुरू किया गया. इसी बीच जब दूसरे पक्ष के द्वारा पुलिस को काॅल किया गया, तब पुलिस ने मामले को अनसुना कर दिया. जिसके बाद मामला बढ़ गया और गोलीबारी हो गई.