नालंदा: जिले में बाढ़ के कारण पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. जिले के 20 प्रखंडों में 14 प्रखण्ड बाढ़ के चपेट में हैं.
जिसमें 6 पंचायतों को पूर्ण रूप से बाढ़ ग्रसित क्षेत्र माना गया. वहीं, 62 पंचायत आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में शामिल रहे. जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों तक राहत और बचाव कार्य तेजी से पहुंचाया जा रहा है.
'युद्ध स्तर पर हो रहा है पीड़ितों का मदद'
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन की ओर से युद्ध स्तर पर बाढ़ पीड़ितों के लिए काम किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जिले में एनडीआरएफ की दो और एसडीआरएफ की एक कंपनी पीड़ितों की मदद के लिए लगाई गई है. वहीं, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए 64 नावों की व्यवस्था की गई है. साथ ही जिले के सभी वरीय पदाधिकारी और प्रखंड प्रभारी क्षेत्रों में कैंप करने के साथ ही राहत-बचाव कार्यों को भी देख रहे हैं.
'बाढ़ से टूट गए हैं सड़क'
जिलाधिकारी ने बताया कि जिले के विभिन्न प्रखंडों में आये बाढ़ के कारण लोगों को हो रही परेशानी को देखते हुए प्रशासन युद्ध स्तर पर जुटी हुई है. अब तक 2000 पैकेट से अधिक सुखा राशन भिजवाया जा चुका है. साथ ही करीब 800 पॉलिथीन वितरित किया गया है. जिलाधिकारी के अनुसार बाढ़ के कारण कई जगहों पर बांध, तटबंध, और सड़क टूट गए हैं. जिनके मरम्मत का काम किया जा रहा है. साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि कई जगहों पर काम पूरा भी कर दिया गया है.