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शहीद खुदीराम बोस का मनाया गया बलिदान दिवस, कोरोना के मद्देनजर अतिथि का प्रवेश रहा वर्जित - बलिदान दिवस

मुजफ्फरपुर केंद्रीय कारागार में 11 अगस्त को शहीद खुदीराम बोस का बलिदान दिवस मनाया गया. कोरोना की वजह से इस साल सिर्फ जेल में मौजूद अधिकारियों ने उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित की.

Shaheed Khudiram Bose
शहीद खुदीराम बोस
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Published : Aug 11, 2020, 4:00 PM IST

मुजफ्फरपुर: जिले के केंद्रीय कारागार में शहीद खुदीराम बोस का 112वां बलिदान दिवस मनाया गया. जेल परिसर में सुबह चार बजे आयोजित सादे समारोह में कारा अधीक्षक राजीव कुमार समेत कुछ जेल के अधिकारियों ने अमर स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस के शहादत स्थल पर माल्यार्पण किया. इस दौरान अधिकारियों ने उनके बलिदान को याद किया.

जेल के अंदर किसी अतिथि का नहीं हुआ प्रवेश
मिली जानकारी के मुताबिक जेल प्रशासन ने इस साल कोरोना संकट को देखते हुए बड़े समारोह का आयोजन नहीं किया. वहीं, इस बार बलिदान दिवस के मौके पर किसी को भी जेल परिसर में मौजूद फांसीस्थल पर आने की अनुमति नहीं दी गई. मुजफ्फरपुर में करीब पचास साल बाद यह पहला मौका होगा. जब शहीद खुदीराम बोस के फांसीस्थल पर आयोजित होने वाले बलिदान दिवस के अवसर पर जेल के अंदर किसी अतिथि को प्रवेश नहीं दिया गया.

11 अगस्त को मनाया जाता है बलिदान दिवस
बताया जा रहा है कि अमर शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में हर साल 11 अगस्त को बलिदान दिवस पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. जिसमे बड़ी संख्या में पश्चिम बंगाल के लोग भी शहीद को नमन करने के लिए जेल परिसर स्थित फांसी स्थल पर आते हैं. लेकिन इस साल कोरोना वायरस की वजह से कार्यक्रम को शातिपूर्ण तरी के से संपन्न करा लिया गया.

मुजफ्फरपुर: जिले के केंद्रीय कारागार में शहीद खुदीराम बोस का 112वां बलिदान दिवस मनाया गया. जेल परिसर में सुबह चार बजे आयोजित सादे समारोह में कारा अधीक्षक राजीव कुमार समेत कुछ जेल के अधिकारियों ने अमर स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस के शहादत स्थल पर माल्यार्पण किया. इस दौरान अधिकारियों ने उनके बलिदान को याद किया.

जेल के अंदर किसी अतिथि का नहीं हुआ प्रवेश
मिली जानकारी के मुताबिक जेल प्रशासन ने इस साल कोरोना संकट को देखते हुए बड़े समारोह का आयोजन नहीं किया. वहीं, इस बार बलिदान दिवस के मौके पर किसी को भी जेल परिसर में मौजूद फांसीस्थल पर आने की अनुमति नहीं दी गई. मुजफ्फरपुर में करीब पचास साल बाद यह पहला मौका होगा. जब शहीद खुदीराम बोस के फांसीस्थल पर आयोजित होने वाले बलिदान दिवस के अवसर पर जेल के अंदर किसी अतिथि को प्रवेश नहीं दिया गया.

11 अगस्त को मनाया जाता है बलिदान दिवस
बताया जा रहा है कि अमर शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में हर साल 11 अगस्त को बलिदान दिवस पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. जिसमे बड़ी संख्या में पश्चिम बंगाल के लोग भी शहीद को नमन करने के लिए जेल परिसर स्थित फांसी स्थल पर आते हैं. लेकिन इस साल कोरोना वायरस की वजह से कार्यक्रम को शातिपूर्ण तरी के से संपन्न करा लिया गया.

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